JEE Main 2024 की तैयारी करना किसी तपस्या से कम नहीं है और इस बात को वही छात्र और छात्राएं जानते हैं, जो इसकी तैयारी कर रहे हैं या पिछले साल इस एग्जाम में बैठ चुके हैं। अगर आपने भी विश्व की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक जेईई मेन 2024 को क्रैक करने का लक्ष्य रखा है, तो यहां जान लीजिए इस एग्जाम की तैयारी के लिए कुछ करने योग्य और न करने योग्य बातों की पूरी डिटेल, जो आपकी काफी मददगार साबित होंगी।
JEE Main 2024: सफलता पाने के लिए क्या करें ?
व्यापक समीक्षा
सबसे पहले आप अपने अपने द्वारा किए गए पिछले प्रयासों की समीक्षा करें और उन क्षेत्रों की पहचान करें जो आपको इस एग्जाम के लिए कमजोर करते हैं। इस क्षेत्रों को पहचानने के बाद आप अपनी मुख्य सूची में इन बिंदुओं को रखें और सबसे ज्यादा फोकस उन्हीं पर करें ताकि आप खुद में एक बेहतर सुधार ला सकें।
कॉन्सेप्ट को समझें
जेईई मेन 2024 को क्रैक करने के लिए केवल सूत्रों को याद से काम नहीं चलने वाला इसके लिए आपको कॉन्सेप्ट के प्रति अपनी गहरी समझ को विकसित करना होगा। कॉन्सेप्ट को समझने के बाद आप ज्यादा ब्रॉड विजन और कॉन्फिडेंस के साथ अलग अलग प्रकार के प्रश्नों से निपट सकेंगे।
लक्ष्य बनाकर करें तैयारी
किसी भी युद्ध को जीतने के लिए उसे लड़ने से पहले उसे जीतने का एक लक्ष्य बनाना पड़ता है और बिना लक्ष्य के लड़ी गई लड़ाइयां लोग अक्सर हार जाते हैं। इसलिए आप जेईई मेन 2024 को क्रैक करने के लिए एक स्ट्रक्चर्ड स्टडी प्लान बनाएं जिसमें प्रत्येक विषय को अच्छी तरह कवर करने के लिए समय का पर्याप्त आवंटन करें। ऐसा करते हुए आप अपनी ताकत और कमजोरियों के आकलन के आधार पर विषयों को प्राथमिकता देंगे तो रिजल्ट ज्यादा बेहतर होंगे।
रेगुलर प्रैक्टिस जरूरी करें
जेईई मेन एग्जाम को क्रैक करने के लिए सबसे जरूरी है इसका लगातार अभ्यास। रोजाना प्रैक्टिस करने से आपके अंदर समस्या और उनके समाधान के कौशल का इजाफा होगा, जिसके बाद आप कठिन से कठिन प्रश्न को भी आसानी से समझ कर उसे हल कर सकेंगे।
परीक्षा नियमों का करें सख्ती से पालन
जेईई मेन एग्जाम देने वाले उम्मीदवारों के लिए यह जरूरी है कि वह परीक्षा नियमों का सख्ती से पालन करें, जैसे टेस्टिंग टाइम के दौरान किसी भी अध्ययन सामग्री या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग न करें। इससे आपको वास्तविक परीक्षा के दबाव और बाधाओं के अनुरूप ढलने में काफी मदद मिलेगी।
मॉक टेस्ट और पिछले पेपर को बनाएं अपने स्टडी मैटेरियल का हिस्सा
जेईई मेन दे रहे उम्मीदवार पिछले कई साल के एग्जाम पैटर्न को देखें और उसके मुताबिक तैयारी करें। इसके अलावा आप पिछले 10 वर्ष के प्रश्न पत्रों को अपने स्टडी मटेरियल में शामिल करें और उनमें आए प्रश्नों का पैटर्न देखें, उनको हल करें।
जेईई मेन एग्जाम देने वाले छात्र-छात्राएं अपना मॉक टेस्ट तुरंत शुरू करें और निर्धारित समय सीमा के अंदर एग्जाम के प्रत्येक पार्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखें। मॉक टेस्ट को डेली बेसिस पर करें ताकि आप यह सुनिश्चित कर सकें कि इस एग्जाम को पूरा करने के लिए आपको कितनी स्पीड की जरूरत है और प्रश्न पत्र के किस पार्ट को कितना समय देने की जरूरत है।
स्वस्थ रहें और पॉजिटिव सोच अपनाएं
स्वास्थ्य मनुष्य के पास सबसे बड़ा खजाना होता है क्योंकि स्वस्थ व्यक्ति, अस्वस्थ्य व्यक्ति के मुकाबले किसी भी काम को बिना परेशानी के कर सकता है। इसलिए आप स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और खुद को फ्रेश रखें। इसके साथ ही आप एग्जाम या अपने प्रदर्शन को लेकर किसी भी तरह की नेगेटिव बात सोचने के बजाय खुद पर विश्वास करें और अपनी सोच को सकारात्मक रखें।
JEE Main 2024: बिल्कुल न करें ये काम
पढ़ाई की टालमटोल
अगर आप जेईई मेन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, तो अपनी डिक्शनरी से टालमटोल शब्द हटा दीजिए। एग्जाम के लिए पढ़ाई के शेड्यूल को पूरी तरह समय पर पालन करें और किसी भी सब्जेक्ट की पढ़ाई या प्रश्न को हल करने के लिए कल पर न छोड़ें ऐसा करना आपकी सफलता में एक बड़ा रोड़ा बन सकता है।
मेमोरी पावर पर नहीं कॉन्सेप्ट पर करें भरोसा
आपको जेईई मेन एग्जाम क्रैक करने के लिए केवल सूत्रों को याद करने या उनके समाधानों को याद करने पर ध्यान केंद्रित न करें। बिना कॉन्सेप्ट समझे सिर्फ मेमोरी पर डिपेंड रहने की आदत आपके लिए परीक्षा में परेशानी खड़ा कर सकती है।
कमजोर क्षेत्रों की उपेक्षा न करें
जेईई मेन एग्जाम देने वाले हैं, तो उन सब्जेक्ट या टॉपिक्स को नजरअंदाज बिल्कुल न करें जिन्हें पढ़ने या समझने में आपको परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर आपको अपनी परफॉर्मेंस ओवरऑल बढ़ानी है, तो उसके लिए कमजोर क्षेत्रों को मजबूती से फेस करना सीखना होगा।
मॉक टेस्ट बिल्कुल न छोड़ें
जिस तरह आपको रोजाना खाना खाने की आदत है उसकी प्रकार जेईई मेन एग्जाम दे रहे छात्रों को रोज मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर को हर करने की आदत बनानी होगी अगर आप इसे नजरअंदाज करते हैं, तो एग्जाम पैटर्न से परिचित होने, समय को समय को प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करने और खुद की कमजोरी वाले क्षेत्रों को पहचानने में मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।