Independence Day Shayri In Hindi 2024 (15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर शायरी इन हिंदी): 15 अगस्त 1947 के दिन हमारा देश आजाद हुआ था। इस बार देशवासी 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। आजादी के उत्सव के रंग में पूरा देश रंग जाता है। इस जिन स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
जिन स्कूलों और दफ्तरों में 15 अगस्त के दिन छुट्टी होती है वहां 14 अगस्त को ही जश्न मनाया जाता है। इस खास दिन पर देशवासी अपने परिवार के लोगों, दोस्तों और परिवार के सदस्यों को शायरी भेजकर बधाई देते हैं। इस आर्टिकल में हम आपके लिए कुछ ऐसी ही शायरी लेकर आए हैं जिसे आप अपने दोस्तों को भेज सकते हैं।
पढ़िए नीचे दी गई शायरी-
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी
लाल चन्द फ़लक
कारवां जिन का लुटा राह में आज़ादी की
क़ौम का मुल्क का उन दर्द के मारों को सलाम
बनो ताहिरा सईद
न पूछो हम-सफ़रो मुझ से माजरा-ए-वतन
वतन है मुझ पे फ़िदा और मैं फ़िदा-ए-वतन
मर्दान अली खां राना
जन्नत की ज़िंदगी है जिस की फ़ज़ा में जीना
मेरा वतन वही है मेरा वतन वही है
अल्लामा इक़बाल
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा
अल्लामा इक़बाल
उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता
जिस मुल्क की सरहद की निगहबान हैं आंखें
अज्ञात
वतन के जां-निसार हैं वतन के काम आएंगे
हम इस ज़मीं को एक रोज़ आसमां बनाएँगे
जाफ़र मलीहाबादी
दिलों में हुब्ब-ए-वतन है अगर तो एक रहो
निखारना ये चमन है अगर तो एक रहो
जाफ़र मलीहाबादी
ऐ अहल-ए-वतन शाम-ओ-सहर जागते रहना
अग़्यार हैं आमादा-ए-शर जागते रहना
जाफ़र मलीहाबादी
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है
उछल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी
फ़िराक़ गोरखपुरी