Independence Day 2019: 15 अगस्त 2019 को देश अपना 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। 1947 में बापू के मार्गदर्शन में जब सारा देश एक साथ उठ खड़ा हुआ था तब परतंत्रता की बेडियां तोड़कर देश 200 साल से अधिक की गुलामी के बाद आज़ाद हुआ था। आज के दिन देशभर में तिरंगा फहराकर और राष्ट्रगान गाकर हम स्वाधीनता संग्राम में शहीद हुए सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं। क्या आपको पता है कि ‘जन गण मन’ कब आधिकारिक तौर पर हमारा राष्ट्रगान बनाया गया, या फिर किसने इसे बंग्ला से हिंदी में अनुवाद किया और क्यों राष्ट्रगान को 52 सेकेण्ड में ही गाया जाता है। ये सारी जानकारी हम आपको देने जा रहे हैं।
– 24 जनवरी 1950 को ‘जन गण मन’ के हिंदी संस्करण को संविधान सभा द्वारा राष्ट्रगान के रूप में मान्यता दी गई थी।
– मूलरूप से जन गण मन रविन्द्रनाथ टैगोर द्वारा बंगाली भाषा में लिखा गया था।
– राष्ट्रगान गाए जाने का समय 52 सेकेण्ड निर्धारित है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह माना जाता है कि राष्ट्रगान को बिना रुके निर्धारित समय में गाया जाना चाहिए जिससे कि इसका अनादर न हो।
– जन गण मन का जन्म बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ था।
– इसे सबसे पहले टैगोर की भतीजी सरला देवी चौधरानी ने एक स्कूल के प्रोग्राम में गाया था।
– इसका अंग्रेजी में अनुवाद मशहूर कवि जेम्स कजिन की पत्नी मार्ग्रेट ने किया था।
– इसका हिंदी में अनुवाद कैप्टन आबिद अली ने किया है तथा इसे संगीत कैप्टन रामसिंह ने दिया है।
– राष्ट्रगान का अपमान करने वाले पर Prevention of Insults to National Honour Act, 1971 की धारा-3 के तहत कार्रवाई की जाती है।