Valentine’s Day 2020: गुजरात के सूरत में स्कूलों को 14 फरवरी को ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ (Mother Father Worship Day) आयोजित करने के लिए कहा गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने शनिवार को कहा कि वेलेंटाइंस डे के अवसर पर स्कूली बच्चों के बीच भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के बीज बोने के उद्देश्य से यह परिपत्र जारी किया गया है।
जारी सर्कुलर में मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने के दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। स्कूलों में बच्चों के पैरेंट्स के पांच से दस जोड़ों को आमंत्रित किया जाएगा, जिनकी पूजा उनके बेटे या बेटियां फूल, सिंदूर, आरती और मिठाई चढ़ाकर करेंगे।
स्कूलों को स्पेशल गेस्ट्स को आमंत्रित करने के लिए भी कहा गया है, जैसे लोकल कॉर्पोरेटर, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य या सामाजिक कार्यकर्ता। अतिथियों द्वारा छात्रों को प्रेरणास्पद भाषण दिए जाएंगे जो इस दिन के महत्व को छात्रों को समझाएंऐ। सूरत डीईओ के सर्कुलर में कहा गया है कि स्कूल छात्रों को प्रेरित करने और उनके बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए इसी तरह के आयोजन कर सकते हैं।
स्कूलों को समारोह की तस्वीरों के साथ जिला शिक्षा कार्यालय को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। राज्य के विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि अधिकारी इस तरह के “फतवे” जारी करने में व्यस्त हैं जबकि उन्हें राज्य में शिक्षा के मानकों में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
“हम अपने जीवन और संस्कृति में माता-पिता के महत्व को जानते हैं।” कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि पेरेंट्स पूजा दिवस मनाने के लिए स्कूलों को निर्देशित करना, राज्य में स्कूल प्रणाली की कमियों से ध्यान हटाने का एक तरीका है। स्कूल शिक्षा में सुधार के लिए परिपत्र जारी करने के बजाय, शिक्षा विभाग ऐसे फतवे जारी कर रहा है। यह एक नाटक है क्योंकि शिक्षा विभाग दिशाहीन है।

