IIT Roorkee News: क्या आप जानते हैं कि भारत का पहला इंजीनियरिंग कॉलेज कौन सा है? तो बता दें कि यह रूड़की कॉलेज है, जिसे अब भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रूड़की के नाम से जाना जाता है। यह भारत का पहला इंजीनियरिंग कॉलेज है। यह भारत में 1847 में स्थापित हुआ, शुरुआत में इसका नाम रूड़की कॉलेज था हालांकि 1854 में अपने गुरु जेम्स थॉमसन के सम्मान में इसका नाम बदलकर थॉमसन कॉलेज ऑफ़ सिविल इंजीनियरिंग कर दिया गया।

BSEB 12th Result 2025 LIVE Update: साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स का रिजल्ट एक साथ होगा जारी

दरअसल, 25 नवंबर, 1949 को थॉमसन कॉलेज ऑफ सिविल इंजीनियरिंग को आजाद भारत के पहले इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय के रूप में रूड़की विश्वविद्यालय में पदोन्नत किया गया था। 21 सितंबर, 2001 को भारत सरकार ने इस विश्वविद्यालय को आईआईटी में परिवर्तित कर दिया।

आईआईटी रूड़की में 21 एकेडेमिक डिपार्टमेंट और केंद्र हैं जो इंजीनियरिंग और आर्किटेक्ट में 12 अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम, इंजीनियरिंग में डिग्री कार्यक्रम और डॉक्टरेट स्तर पर 48 से अधिक स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम पेश करते हैं। आईआईटी रूड़की को नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2024 में आर्किटेक्चर और प्लानिंग श्रेणी में पहली रैंक पर रखा गया है। इनोवेशन, इंजीनियरिंग और रिसर्च में आईआईटी रूड़की भी शीर्ष 10 में स्थान पर है। इसे एनआईआरएफ इंजीनियरिंग और नवाचार श्रेणियों में छठे स्थान पर, एनआईआरएफ 2024 समग्र रैंकिंग में आठवें स्थान पर और एनआईआरएफ अनुसंधान श्रेणी में नौवें स्थान पर रखा गया है।

वैश्विक स्तर पर, इसे QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में 335वें स्थान पर रखा गया है। विषय के आधार पर QS WUR रैंकिंग में इसे 51 से 70 ब्रैकेट में रखा गया है और QS स्थिरता रैंकिंग में, इसे 387 पर स्थान दिया गया है।

बता दें कि इन सब के बीच आईआईटी-रुड़की GATE 2025 के परिणाम की घोषणा करेगा। ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्ट, विज्ञान, वाणिज्य, कला, मानविकी में विभिन्न स्नातक स्तर के विषयों में उम्मीदवारों का मूल्यांकन करने के लिए सालाना आयोजित की जाती है।

योग्य उम्मीदवार या तो आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी और अन्य कॉलेजों में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग (एमई), मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (एमटेक) और सीधे पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश ले सकते हैं। वे अपने स्कोर का उपयोग अलग-अलग कोर्स में आवेदन करने के लिए भी कर सकते हैं।