केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राज्य के शिक्षा मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस मीटिंग की थी। मीटिंग में एचआरडी मंत्री ‘निशंक’ ने बोर्ड से कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए निर्देश देने के लिए कहा है। मंत्री ने बोर्ड परीक्षाओं की मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। राज्य के शिक्षा मंत्रियों के साथ एक बैठक में, पोखरियाल ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को निर्देश दिया कि वे अपने राज्यों में शिक्षकों को आंसर शीट की चेकिंग की सुविधा प्रदान करें। लॉक होने के कारण बोर्ड की अधिकांश परीक्षाओं की मूल्यांकन प्रक्रिया को रोक दिया गया है।
सीबीएसई बोर्ड की पहले तैयारी थी कि वह 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होते ही एग्जाम करा देगा, लेकिन लॉकडाउन खत्म नहीं होने के कारण ऐसा नहीं हो सका। 27 अप्रैल को मानव विकास मंत्री (HRD) रमेश पोखरियाल निशंक के साथ बोर्ड अधिकारियों की बैठक हुई थी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रोमोट कर दिया गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को सुझाव दिया कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है, इसलिए छात्रों को इंटर्नल परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही प्रोमोट कर दिया जाए।


बोर्ड ने इससे पहले 24 मार्च को पहले चरण में लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले कक्षा 10 और कक्षा 12 के दोनों छात्रों की लंबित परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा। इसका नोटिस जल्द की आधिकारिक वेबसाइट पर भी जारी किया जाएगा।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा, मूल्यांकन, पास, मापदंड के बारे में विभिन्न सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से फर्जी खबरें फैलाने वालों की जांच कर रही है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ आईटी अधिनियम के तहत उचित कर्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं, 12वीं बोर्ड एग्जाम से जुड़ी जानकारी पढ़ने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर या इस डायरेक्ट लिंक https://cbse.nic.in/newsite/attach/PRESS RELEASE 01.04.20.pdf पर विजिट कर सकते हैं।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
सीबीएसई और फिट इंडिया, सरकार का प्रमुख फिटनेस आंदोलन, COVID-19 महामारी के कारण देश भर में लॉकडाउन के दूसरे चरण में फिट रहने के लिए बुधवार से स्कूली छात्रों के लिए लाइव फिटनेस सेशन शुरू की है।
राज्य के शिक्षा मंत्रियों के साथ एक बैठक में, पोखरियाल ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को निर्देश दिया कि वे अपने राज्यों में शिक्षकों को आंसर शीट की चेकिंग की सुविधा प्रदान करें। लॉकडाउन होने के कारण बोर्ड की अधिकांश परीक्षाओं की मूल्यांकन प्रक्रिया को रोक दिया गया था।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सभी राज्य बोर्डों से कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करने को कहा है।
बता दें कि राजधानी दिल्ली में पहले सांप्रदायिक हिंसा और फिर COVID19 के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के चलते बोर्ड परीक्षाएं नहीं हो पाई थीं और छात्र लंबे समय से परीक्षा की नई तिथियों की घोषणा का इंतजार कर रहे थे।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “कक्षा 10, 12 के लिए लंबित बोर्ड परीक्षा आयोजित कराना अब संभव नहीं है। छात्रों को इंटर्नल परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर ही प्रोमोट किया जाना चाहिए, जैसा कि कक्षा 9, 11 के लिए किया गया था। अगले सत्र के लिए पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत की कमी की जा सकती है। JEE, NEET जैसे परीक्षाओं को कम पाठ्यक्रम के आधार पर आयोजित किया जाना चाहिए।”
मनीष सिसोदिया ने कहा, “कक्षा 10, 12 के लिए लंबित बोर्ड परीक्षा आयोजित कराना अब संभव नहीं है। छात्रों को इंटर्नल परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर ही प्रोमोट किया जाना चाहिए, जैसा कि कक्षा 9, 11 के लिए किया गया था।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को सुझाव दिया कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है
दिल्ली सरकारी की ओर से देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है, इसलिए छात्रों को इंटर्नल परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही प्रोमोट किए जाने को लेकर रखा गया था प्रस्ताव।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए चल रही आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तिथि पहले ही बढ़ा दी है। इसलिए बोर्ड रिजल्ट के बाद एंट्रेस एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों को ज्यादा परेशान नहीं होगी।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
बोर्ड ने जारी सर्कुलर में कहा, “यह देखा गया है कि मौजूदा गणित का पाठ्यक्रम साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई के साथ तो ठीक है मगर विश्वविद्यालय शिक्षा में कॉमर्स या सोशल साइंस आधारित विषयों के साथ नहीं।”
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) देशव्यापी लॉकडाउन खत्म होने के लगभग 10 दिनों बाद बची हुई बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने के लिए तैयार है। राज्य के शिक्षा मंत्रियों को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल के साथ मंगलवार को हुई एक बैठक में कॉपियों की चेकिंग शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। केन्द्रीय मंत्री को सुझाव दिया गया कि कक्षा 10 और 12 के छात्रों को इंटर्नल के नंबरों के आधार पर ही प्रोमोट किया जाए।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को सुझाव दिया कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है, इसलिए छात्रों को इंटर्नल परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही प्रोमोट कर दिया जाए। उन्होंने मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री की अध्यक्षता में राज्य के शिक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान ये सिफारिशें कीं।
पुन: परीक्षा शुरू होने से लगभग 10 दिन पहले बोर्ड सभी छात्रों को इसके संबंध में सूचना जारी कर देगा। परीक्षा की तिथि तथा अन्य जानकारियां बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाएंगी। लॉकडाउन की अवधि अब बढ़कर 03 मई हो गई है, ऐसे में बोर्ड ने परीक्षा की किसी नई डेट की घोषणा नहीं की है।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जा सकती है।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर, जिसका उल्लेख केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने भी किया था, में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी भी वर्ग के लिए पाठ्यक्रम कम किया गया है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
एक्सपर्ट्स की माने तो अगर CBSE बोर्ड के बचे बाकी एग्जाम अप्रैल या मई महीने में ही करा लिए जाते हैं तो CBSE Board Exam Result 2020 मई में जारी होने की पूरी संभावना है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी. पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं तथा अधिकांश बोर्ड की परीक्षां भी अधूरी रह गई हैं। मगर इस बीच मिजोरम बोर्ड 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं लॉकडाउन के दौरान ही आयोजित करने जा रहा है। राज्य के शिक्षा मंत्री लालचंदामा राल्ते ने बुधवार को कहा कि मिजोरम सरकार ने 22 अप्रैल से HSSLC या कक्षा -12 की बची हुई परीक्षाएं आयोजित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण कक्षा -12 की बोर्ड परीक्षाएं अचानक स्थगित कर दी गई थीं।
भारत में नॉवेल कोरोना वायरस COVID-19 प्रकोप से बचाव के तौर पर लॉकडाउन लागू है, जो अब 03 मई 2020 तक रहेगा। लॉकडाउन के दौरान सभी को अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है इसलिए 03 मई तक कोई परीक्षा आयोजिन होना मुमकिन नहीं है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं, 12वीं बोर्ड एग्जाम से जुड़ी जानकारी पढ़ने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर या इस डायरेक्ट लिंक https://cbse.nic.in/newsite/attach/PRESS RELEASE 01.04.20.pdf पर विजिट कर सकते हैं।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट के संदर्भ में कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 04 मई से शुरू किया जाएगा। लॉकडाउन खत्म होते ही कॉपियों की चेकिंग का काम शुरू हो जाएगा जिससे यह उम्मीद लगाई जा सकती है कि मई के अंत तक ही बोर्ड की परीक्षाओं के रिजल्ट जारी हो जाएंगे।
पिछले सप्ताह बोर्ड ने एक विज्ञप्ति जारी की जिसमें अभिभावकों द्वारा बोर्ड से पूछे गए सवालों के जवाब दिए गए। बोर्ड ने अधिकांश सवालों के जवाब दिए हैं तथा इसके संबंध में pdf भी जारी की है जिससे छात्रों को या अभिभावकों को अपनी समस्या का समाधान आसानी से मिल सके।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया है कि 'CBSE की 10 व 12वीं की बची हुई परीक्षाएं कराना अभी सम्भव नहीं होगा अतः internal exams के आधार पर ही बच्चों को पास किया जाए जैसा कि 9 वीं और 11वीं के बच्चों को पास किया गया है.'
भारत में नॉवेल कोरोना वायरस COVID-19 प्रकोप से बचाव के तौर पर लॉकडाउन लागू है, जो अब 03 मई 2020 तक रहेगा। लॉकडाउन के दौरान सभी को अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है इसलिए 03 मई तक कोई परीक्षा आयोजिन होना मुमकिन नहीं है।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कक्षा 12 वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के बारे में कहा कि, "दुनिया कोरोनोवायरस प्रकोप के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, जिसमें सीबीएसई बोर्ड और संबंधित लोग भी शामिल हैं। हम सभी लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। माता-पिता को घबराना नहीं चाहिए और अपने बच्चों को सेल्फ स्टडी करने देना चाहिए। एक बार स्थिति बेहतर हो जाएगी तो फैसला लिया जाएगा”