बिहार बोर्ड ने लंबे इंतजार के बाद 10वीं के परिणाम जारी कर दिए हैं। इस साल कुल 4.03 लाख स्टूडेंट्स को फर्स्ट डिवीजन मिली है। सबसे ज्यादा 5.24 लाख छात्र सेकेंड डिवीजन से पास हुए हैं जबकि 2.75 लाख स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं। रोहतास के जनता हाई स्कूल के हिमांशु राज ने 481 अंकों के साथ परीक्षा में टॉप किया है। बीते तीन साल की बात करें तो उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों का फीसद लगातार बढ़ा है। जो स्टूडेंट्स इस साल की परीक्षा में शामिल हुए थे, वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। रिजल्ट biharboardonline.in, bsebssresult.com, biharboardonline.bihar.gov.in, biharboard.ac.in, bsebinteredu.in तथा indiaresults.com पर जारी किए गए हैं।
Bihar Board 10th Result 2020 LIVE: Check here
बता दें कि, अगर कोई उम्मीदवार अभी भी एक या दो विषयों में फेल रहता है तो उसे कम्पार्टमेंट परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। बोर्ड जल्द ही परीक्षा की तारीखों की सूचना देगा। परीक्षा में शामिल हुए कुछ छात्रों में से 1,019 छात्रों को कम्पार्टमेंट एग्जाम के लिए उपस्थित होना होगा। इनमें से 550 लड़कियां हैं जबकि 469 लड़के हैं।
Bihar Board BSEB 10th Result 2020 LIVE Updates: Check marks here

Highlights
इस साल बिहार बोर्ड मैट्रिक की परीक्षा की कुल 14,94,071 छात्रों ने दी। इनमें से 7,29,213 लड़के और 7,64,858 लड़कियां पास हुईं।
इस वर्ष कुल पास प्रतिशत 80.59% है, जो पिछले वर्ष के 80.73% के स्कोर से 0.14% कम है। कुल 41 छात्रों ने शीर्ष 10 की सूची में स्थान बनाया है, जिसमें 31 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं।
इस साल, सिमुलतला अवासिया विद्यालय (SAV) में शीर्ष 5 में कोई छात्र नहीं है, जबकि शीर्ष 10 में 41 छात्रों में सिर्फ तीन छात्र हैं।
अंकित राज - 475
पायल कुमारी - 471
सदन कुमार - 470
ज्योतिष आनंद - 466
सुचि कुमार - 465
शुभम राज - 473
अंजलि कुमारी - 467
एजाज अहमद - 467
सौरभ कुमार - 464
सईम आलम - 463
मणि मुस्कान - 462
निशांत कुमार - 462
सूरज कुमार - 460
नज़्मुल आलम - 460
काजल रानी- 456
एमडी एहसान आलम - 456
अंशु प्रिया - 455
मनोरज बाबू - 455
नाजिया खातून - 454
शाहनवाज़ अंसारी - 454
रवि रंजन - 474
बमबम कुमार - 473
रोहित कुमार - 471
अंशुल कुमार - 469
आर्यन कुमार राज - 469
मुकेश कुमार - 468
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- अपनी रजिस्ट्रेशन डिटेल्स डालें।
- सब्मिट करने पर आपका रिजल्ट आपके सामने आ जाएगा।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा में इस साल, 12,04,030 छात्र पास हुए हैं। पास हुए छात्रों में कुल 6,13,485 लड़के हैं जबकि 5,90,545 लड़कियां हैं। लड़कों का रिजल्ट इस साल लड़कों से बेहतर रहा है।
जारी रिजल्ट के अनुसार, परीक्षा में कुल 2.8 लाख (2,89,692) स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं। इनके अलावा 4 उम्मीदवारों को रिजल्ट फिलहाल पेंडिंग है।
बिहार बोर्ड मैट्रिक के परिणामों में इस वर्ष पासिंग पर्सेंटेज 80.59 पर्सेंट रहा है। पिछले वर्ष 80.73 पर्सेंट छात्र परीक्षा में पास हुए थे। पिछले साल के मुकाबले इस साल के पास प्रतिशत में मामूली अंतर रहा है।
जारी रिजल्ट के अनुसार, परीक्षा में कुल 2.8 लाख (2,89,692) स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं। इनके अलावा 4 उम्मीदवारों को रिजल्ट फिलहाल पेंडिंग है।
इस साल फर्स्ट डिविजन से कुल 4,03,392 छात्र-छात्राएं पास हुए। बता दें कि इनमें 2,38,093 छात्र और 1,65,299 छात्राएं हैं। इस साल बिहार बोर्ड में सेकेंड डिविजन पाने वाले 5,24,217 स्टूडेंट्स हैं। इनमें 2,57,807 छात्र और 2,66,410 छात्राएं शामिल हैं।
टॉप 10 में 41 छात्रों का नाम शामिल है। इन छात्रों में से केवल तीन छात्र सिमुलतला आवासीय विद्यालय के हैं। साल 2019 में सिमुलतला आवासीय विद्यालय ने दसवीं के टॉप 8 स्टूडेंट्स दिए।
जूली कुमारी - 478,
स्तुति मिश्रा-475,
ज्योति कुमारी-475,
दिपांशु प्रिया-475,
आफ्रीन तलत -475
24 मार्च के बाद से कोरोनोवायरस लॉकडाउन का कारण सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। सभी को अपने घरों में रहने के निर्देश दिए गए हैं। अगर बहुत जरूरी हो तभी घर से बाहर निकल सकते हैं। ऐसे में टॉपर्स का सत्यापन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया है।
टॉपर हिमांशु बिहार में अपने पिता के साथ सब्जी भी बेचा करते थे। उनके पिता ने बताया कि परीक्षा के समय उनकी मां तथा वह खुद हिमांशु से कोई काम नहीं कहते थे ताकि वह मन लगाकर पढ़ाई कर सके। हिमांशु ने हर दिन 14 घंटे पढ़ाई कर बोर्ड में टॉप किया है।
बिहार बोर्ड देशभर में लागू लॉकडाउन 12वीं और 10वीं दोनो ही परीक्षाओं के रिजल्ट सबसे पहले रिजल्ट जारी करने वाला बोर्ड बन गया है। बोर्ड ने पिछले वर्ष सबसे पहले रिजल्ट जारी करने का रिकॉर्ड बनाया था।
ये हैं टॉप 5 रैंकर्स
रैंक 1 - हिमांशु राज
रैंक 2- दुर्गेश कुमार
रैंक 3 - शुभम कुमार
रैंक 3 - राजवीर
रैंक 3 - जूली कुमार (महिला टॉपर)
रैंक 4 - सन्नू कुमार
रैंक 4 - मुन्ना कुमार
रैंक 4 - नवनीत कुमार
रैंक 5 - रंजीत कुमार गुप्ता
बोर्ड द्वारा जारी टॉपर्स की लिस्ट यहां है।
हालांकि, कोरोनोवायरस महामारी के कारण फिलहाल हिमांशु की पढ़ाई रुकी हुई है। जबकि सभी स्कूल बंद हैं और अधिकांश शैक्षिक सामग्री व्हाट्सएप या डिजिटल मोड के माध्यम से दी जा रही है, ऐसे में हिमांशु के परिवार के पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिए कोई स्मार्टफोन या लैपटॉप नहीं है।
हिमांशु ने कहा, “अधिकांश छात्र परीक्षा से कुछ दिन पहले ही परीक्षा की तैयारी शुरू करते हैं। यदि किसी चीज़ को याद रखना है तो उसे रोज दोहराना बेहद जरूरी है। मैं पढ़ाई करने के लिए कम से कम 12 घंटे निकालता था। मेरे पिता भी शाम को मुझे पढ़ाते थे और मेरे डाउट्स को क्लियर करने के लिए मेरे शिक्षकों ने स्कूल के बाद भी मेरी मदद की।”
हिमांशु IIT जाकर आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं कक्षा 11 और 12 में साइंस ले लूंगा और इस वर्ष से JEE (इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा) की तैयारी शुरू कर दूंगा। मैं एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता हूं। मेरा इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों के प्रति झुकाव है और मैं हमेशा यह जानना चाहता हूं कि इलेक्ट्रॉनिक चीजें कैसे चलती हैं और एक कंप्यूटर के अंदर क्या होता है।"
हिमांशु एक किसान के बेटे हैं। उनके पिता दिन में पट्टे पर खेतों में काम करते हैं और शाम को उसे पढ़ाते भी हैं। उनकी मां एक गृहिणी हैं। हिमांशु ने बताया कि वे खुद भी कई बार पिता के साथ सब्जी बेचने बाजार जाते रहे हैं।
बिहार के रोहतास के एक सुदूर गाँव के छात्र हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षा में 500 में से 481 अंक हासिल किए हैं। टॉप करने के लिए 15 वर्षीय हिमांशु ने 14.94 लाख से अधिक छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।
हिमांशु के पिता ने कहा कि वे बेटे की उपलब्धि से बेहद खुश हैं। परीक्षा के दौरान उन्होनें तथा हिमांशु की मां ने उनसे कोई भी काम कराना बंद कर दिया था ताकि वह पढ़ाई में पूरा मन लगा सके। हिमांशु आगे चलकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चहते हैं जिसके लिए वे आगे भी जीतोड़ मेहनत जारी रखेंगे।
हिमांशु बिहार में अपने पिता के साथ सब्जी भी बेचा करते थे। उनके पिता ने बताया कि परीक्षा के समय उनकी मां तथा वह खुद हिमांशु से कोई काम नहीं कहते थे ताकि वह मन लगाकर पढ़ाई कर सके। हिमांशु ने हर दिन 14 घंटे पढ़ाई कर बोर्ड में टॉप किया है।
बोर्ड ने 10वीं की परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही इस वर्ष हिमांशु राज 10वीं की परीक्षा के टॉपर बने हैं। हिमांशु ने अपनी तैयारी के बारे में बताया कि वह दिन में 14 घंटे परीक्षा के लिए पढ़ाई करते थे।
परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की गई थी। सुबह के सत्र में 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक और दोपहर की पाली 1.45 बजे से शाम 4.30 बजे तक आयोजित की गई। रिजल्ट आज आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए गए हैं। 10वीं में हिमांशु राज इस वर्ष टॉपर बने हैं।
बिहार बोर्ड द्वारा पूर्व में जारी परीक्षा डेटशीट के अनुसार, 10वीं की बोर्ड परीक्षा फरवरी 2020 में ही आयोजित की गई थी। परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू हुई और 24 फरवरी तक जारी रही। परीक्षा के रिजल्ट 26 मई को जारी किए गए हैं। रिजल्ट से जुड़ी पूरी जानकारी नीचे मौजूद है।
इस वर्ष पासिंग पर्सेंटेज 80.59 पर्सेंट रहा है। पिछले वर्ष 80.73 पर्सेंट छात्र परीक्षा में पास हुए थे। रिजल्ट बगैर प्रेस कांफ्रेंस के जारी किए गए हैं।
रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट समेत अन्य रिजल्ट होस्टिंग वेबसाइट पर भी जारी किए गए हैं। जो छात्र इस वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे वे किसी भी रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर तथा रोल कोड की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
यदि कोई छात्र किसी एक विषय में अधिकतम 8 प्रतिशत नंबरों से अथवा दो विषयों में अधिकतम 4 प्रतिशत नंबरों से फेल होता है, तो उसे ग्रेस मार्क्स की मदद से पास किया जाएगा। यदि कोई छात्र 75 प्रतिशत नंबरों के साथ भी किसी एक विषय में 8 प्रतिशत से अधिक नंबरों से फेल होता है तो उसे किसी भी नियम से पास नहीं किया जा सकेगा।
बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी होने के बाद बोर्ड अब जल्द ही 10वीं स्क्रूटनी के आवेदन की तिथियां घोषित कर सकता है। बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2020 मिले अंकों से जो छात्र संतुष्ट न हों वे स्क्रुटनी के लिए आवेदन कर सकेंगे। हालांकि इस संबंध में बोर्ड की ओर से अभी आधिकारिक सूचना आना बाकी है।
परीक्षा में शामिल हुए कुछ छात्रों में से 1,019 छात्रों को कम्पार्टमेंट एग्जाम के लिए उपस्थित होना होगा। इनमें से 550 लड़कियां हैं जबकि 469 लड़के हैं।
हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड टॉप किया है जबकि दूसरी रैंक दुर्गेश कुमार ने 480 अंकों के साथ प्राप्त की है। तीसरे स्थान पर रैंक 3 - शुभम कुमार, रैंक 3 - राजवीर, रैंक 3 - जूली कुमार (महिला टॉपर) के साथ दो लड़कों और एक लड़की ने जगह हासिल की है।
हिमांशु के पिता ने कहा कि वे बेटे की उपलब्धि से बेहद खुश हैं। परीक्षा के दौरान उन्होनें तथा हिमांशु की मां ने उनसे कोई भी काम कराना बंद कर दिया था ताकि वह पढ़ाई में पूरा मन लगा सके। हिमांशु आगे चलकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चहते हैं जिसके लिए वे आगे भी जीतोड़ मेहनत जारी रखेंगे।
हिमांशु बिहार में अपने पिता के साथ सब्जी भी बेचा करते थे। उनके पिता ने बताया कि परीक्षा के समय उनकी मां तथा वह खुद हिमांशु से कोई काम नहीं कहते थे ताकि वह मन लगाकर पढ़ाई कर सके। हिमांशु ने हर दिन 14 घंटे पढ़ाई कर बोर्ड में टॉप किया है।
बोर्ड ने 10वीं की परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही इस वर्ष हिमांशु राज 10वीं की परीक्षा के टॉपर बने हैं। हिमांशु ने अपनी तैयारी के बारे में बताया कि वह दिन में 14 घंटे परीक्षा के लिए पढ़ाई करते थे।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा में इस साल, 12,04,030 छात्र पास हुए हैं। पास हुए छात्रों में कुल 6,13,485 लड़के हैं जबकि 5,90,545 लड़कियां हैं। लड़कों का रिजल्ट इस साल लड़कों से बेहतर रहा है।