बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा दे रहे छात्रों ने रविवार को कथित पेपर लीक को लेकर औरंगाबाद के एक परीक्षा केंद्र पर धरना दिया। सौरभ जोरवाल, जिला आयुक्त (DM), औरंगाबाद के अनुसार, प्रश्नपत्र की सील कथित रूप से पेपर के वितरण से पहले टूट जाने के बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। डीएम ने कहा “यहां 18 केंद्र हैं। एक केंद्र में छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रश्न पत्र की सील टूट गई थी। हमने प्रदर्शनकारी छात्रों को शांत करने की कोशिश की लेकिन जब उन्होंने बात नहीं मानी। हमने उनसे लिखित शिकायत देने को कहा है। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि मामले को देखने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) के तहत एक समिति बनाई गई है, और कहा कि प्रशासन ने केंद्र प्रभारी से मामले के बारे में एक डिटेल्ड रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के मद्देनजर परीक्षा रद्द कर दी जाएगी, जोरावल ने कहा कि परीक्षा रद्द करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है, और वह अपनी जांच की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज देंगे।

इतनी रह सकती है कटऑफ

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने रविवार, 27 दिसंबर, 2020 को 66 वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) 2020 की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। सामान्य अध्ययन (GS) से 150 बहुविकल्पीय प्रश्न थे जिनका उत्तर तीन घंटे में देना था, जिनमें से 30 सवाल विज्ञान से, 35-45 करंट अफेयर्स से, 28-30 इतिहास से, 14 भूगोल से 16-18 संबंधित मुद्दों से, 9-10 प्रश्न पॉल्ट्रि से और 10 प्रश्न गणित से थे।

शिक्षक डॉ. एम रहमान के अनुसार, संघ और बिहार सरकार की विभिन्न परियोजनाओं से संबंधित समसामयिक मुद्दों पर राजनीति से सवाल पूछे गए थे। अधिकांश सवाल एनसीईआरटी की किताबों पर आधारित थे। उनकी राय में, सामान्य वर्ग के लिए कटऑफ 104-106, ओबीसी 102-104, ईबीसी 98-100, एससी / एसटी 95, ईडब्ल्यूएस 98-100 और महिला आरक्षित 90-95 होगी।