Bihar Board BSEB 10th Result 2018, बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट 2018: बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा की गायब हुई उत्तरपुस्तिकाओं के मामले का संज्ञान पटना हाईकोर्ट ने लिया है। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुनवाई करने के निर्देश दिए हैं। गोपालगंज के एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल से मैट्रिक यानी 10वीं की बिहार बोर्ड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाएं गायब हो गई थीं। मामले में 17 जून को पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने स्कूल के नाइट गार्ड आसपूजन सिंह और एक अधिकारी छठू सिंह को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। वहीं स्कूल के प्रिंसिपल प्रमोद कुमार की भी गिरफ्तारी मंगलवार को हुई थी।
पटना हाईकोर्ट ने बुधवार को अधिवक्ता दीनू कुमार ने चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति राजेन्द्र मेनन तथा न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद की खंडपीठ के समक्ष गायब कॉपियों के मामले को रखा और इस पर सुनवाई कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया। हाईकोर्ट ने उनके अनुरोध को मंजूर करते हुए मामले को सूचीबद्ध करने का निर्देश हाईकोर्ट प्रशासन को दिया है। एस एस बालिका इंटर कॉलेज से कॉपियों के 213 बैग गायब हुए हैं। एक बैग में दो सौ कॉपियां रखी जातीं हैं। कुल गायब हुईं कॉपियों की संख्या 42,705 है। इस वर्ष 17 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने 10वीं की परीक्षा दी है। परीक्षा 21 फरवरी से 29 फरवरी 2018 के बीच राज्य के 1,426 केंद्रों पर हुई थी। परीक्षा के नतीजे 20 जून को घोषित होने थे लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद नतीजों की घोषणा की तारीख बढ़ाकर 26 जून कर दी गई है।
परीक्षा के नतीजे 26 जून को घोषित होंगे। वहीं अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि स्कूल के जिस ‘स्ट्रॉन्ग रूम’ में उत्तरपुस्तिकाओं को रखा गया था उसे सील नहीं किया गया था। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है। कॉपियों को रखने के बाद रूम में बस ताला लटका दिया गया था। स्ट्रांग रूम के पास न तो सीसीटीवी कैमरा लगा था और न कोई देखरेख करने वाला था। शुरुआती जांच में सुरक्षा में चूक की बात सामने आ रही है लेकिन दूसरी तरफ बड़ी साजिश की बात भी कही जा रही है।
