बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट आने के बाद अब आगे की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिन स्टूडेंट्स के नंबर कम आए हैं उन्हें नंबर बढ़वाने का मौका दिया जा रहा है। इसके अलावा जो स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं उन्हें भी पास होने का मौका दिया जा रहा है। बिहार बोर्ड ने 10वीं के स्टूडेंट्स के लिए स्क्रूटनी की तारीखें जारी कर दी हैं। स्टूडेंट्स 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर पाएंगे। स्क्रूटनी के लिए आवेदन करने के लिए फीस भी देनी होगी। बिहार बोर्ड ने फीस 70 रुपए प्रति विषय के हिसाब से तय की है।
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इस बार बिहार बोर्ड के टॉपर्स को लैपटॉप, कैश आदि इनाम में दिए जा रहे हैं। बिहार के छह हजार माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल अब बिहार बोर्ड और डीईओ कार्यालय से ऑनलाइन जोड़ा जा रहा है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। बिहार बोर्ड द्वारा प्रदेशभर के सभी 38 जिलों के नौंवी से 12वीं तक के स्कूलों को कंप्यूटर, प्रिंटर आदि उपलब्ध करवाया गया है। इससे अब स्कूल का सारा काम स्कूल परिसर में ही होगा।
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में इस बार 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 8,29,271 छात्र और 8,24,893 छात्राओं ने परीक्षा दी। इनमें से कुल 12,93,054 विद्यार्थी (78.17%) उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण छात्रों की संख्या 6,76,518 है और उत्तीर्ण छात्राओं की संख्या 6,16,536 है।
बीएसईबी की आधिकारिक वेबसाइट - biharboardonline.bihar.gov.in पर जाएं
वेबसाइट के होमपेज पर उपलब्ध मैट्रिक परिणाम मूल्यांकन या स्क्रूटनी लिंक पर क्लिक करें
आप जिस विषय में आवेदन करना चाहते हैं, उस पर क्लिक करें
पुनर्मूल्यांकन शुल्क भुगतान करें, और अपना अनुरोध सबमिट करें
बिहार बोर्ड मैट्रिक कक्षा 10 परीक्षा की मेरिट सूची में स्थान पाने वाले कुल 101 छात्रों को राज्य बोर्ड से लैपटॉप, किंडल-ए-बुक रीडर और नकद पुरस्कार प्राप्त होंगे।
इस साल BSEB 10 वीं का परिणाम शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (शिक्षा) संजय कुमार और BSEB के अध्यक्ष आनंद किशोर की उपस्थिति में घोषित किया गया था।
इस साल मैट्रिक के रिजल्ट में पिछले साल से गिरावट दर्ज की गई है जहां, पिछले साल 80 फीसदी छात्र पास हुए थे, वहीं इस बार कम होकर 78.17 फीसदी छात्र ही पास हो पाएं हैं। कुछ 16,84,466 विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था जिसमें से 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 12,93,054 पास हुए। फर्स्ट डिविजन से 413087 विद्यार्थी, सेकेंड डिविजन से 500615 और थर्ड डिविजन से 378980 पास हुए हैं।
इस साल पास प्रतिशत में करीब दो फीसदी की गिरावट आई है। 2020 में पास प्रतिशत 80.59 था जबकि 2019 में पास प्रतिशत 80.73 प्रतिशत था।
प्रथम स्थान पर संयुक्त रूप से तीन छात्र - पूजा कुमारी और शुभलदर्शनी सिमुलतला अवासिया विद्यालय (एसएवी) और संदीप कुमार ने बलदेव हाई स्कूल, दिनारा, रोहतास से हैं उन्होंने 96.80 फीसदी अंक हासिल किए।
अगर किसी अभ्यर्थी को ऐसा लग रहा है कि उसे कुछ विषयों में अपेक्षाकृत नंबर नहीं मिल पाया है तो वह स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकता है. इस बार यह आवेदन ऑनलाइन भी सकता है. स्क्रूटनी के लिए 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक का वक्त दिया गया है. इसमें हर विषय के लिए 70-70 रुपए की फीस लगेगी. अभ्यर्थी https://biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर संबंधित विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में इस बार 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 8,29,271 छात्र और 8,24,893 छात्राओं ने परीक्षा दी। इनमें से कुल 12,93,054 विद्यार्थी (78.17%) उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण छात्रों की संख्या 6,76,518 है और उत्तीर्ण छात्राओं की संख्या 6,16,536 है।
बीएसईबी की आधिकारिक वेबसाइट - biharboardonline.bihar.gov.in पर जाएं
वेबसाइट के होमपेज पर उपलब्ध मैट्रिक परिणाम मूल्यांकन या स्क्रूटनी लिंक पर क्लिक करें
आप जिस विषय में आवेदन करना चाहते हैं, उस पर क्लिक करें
पुनर्मूल्यांकन शुल्क भुगतान करें, और अपना अनुरोध सबमिट करें
जो उम्मीदवार अपने बिहार बोर्ड मैट्रिक अंसर पेपर का मूल्यांकन करना चाहते हैं, वे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट - biharboardonline.bihar.gov.in पर जा सकते हैं। बिहार बोर्ड 10 वीं रिजल्ट पुनर्मूल्यांकन रिक्वेस्ट सबमिट करने की अंतिम तिथि 17 अप्रैल, 2021 है। छात्रों को प्रति विषय 70 रुपये शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता है।
बिहार बोर्ड देश का पहला शिक्षा बोर्ड बन गया है जिसने महामारी के दौरान और स्कूल बंद होने के बावजूद कक्षा 10 और 12 दोनों परिणाम जारी किए हैं।
इस साल BSEB 10 वीं का परिणाम शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (शिक्षा) संजय कुमार और BSEB के अध्यक्ष आनंद किशोर की उपस्थिति में घोषित किया गया था।
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में इस बार16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 8,29,271 छात्र और 8,24,893 छात्राओं ने परीक्षा दी। इनमें से कुल 12,93,054 विद्यार्थी (78.17%) उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण छात्रों की संख्या 6,76,518 है और उत्तीर्ण छात्राओं की संख्या 6,16,536 है।
कुल 3,78,980 छात्र बोर्ड परीक्षा में थर्ड डिवीजन पास हुए हैं. इसमें 1,70,132 लड़के और 2,08,848 लड़कियां शामिल हैं। इस साल का रिजल्ट पिछले साल की तुलना में थोड़ा पीछे रह गया. पिछले साल कुल 80.59 प्रतिशत छात्र पास हुए थे जबकि इस साल 78.17 छात्र पास हुए. हालांकि पिछले साल की तुलना में फर्स्ट डिवीजन पास होने वाले छात्रों की संख्या इस साल ज्यादा है।
टॉप 10 छात्रों में रोहतास के संदीप, जमुई की शुभदर्शिनी और पूजा कुमारी शामिल है. टॉप 10 में 101 छात्र शामिल हुए हैं जो कि अब तक के सबसे अधिक हैं. पूजा कुमारी, सुभाषिनी, संदीप कुमार ने 484 नंबर पाए हैं , इन्होंने 96.8% नंबर पाए. टॉप 10 में शामिल 100 छात्रों में से 13 छाल जमुई के सिमुलतल्ला आवासीय विद्यालय के हैं.
अगर किसी अभ्यर्थी को ऐसा लग रहा है कि उसे कुछ विषयों में अपेक्षाकृत नंबर नहीं मिल पाया है तो वह स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकता है. इस बार यह आवेदन ऑनलाइन भी सकता है. स्क्रूटनी के लिए 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक का वक्त दिया गया है. इसमें हर विषय के लिए 70-70 रुपए की फीस लगेगी. अभ्यर्थी https://biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर संबंधित विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
टॉप 10 छात्रों में रोहतास के संदीप, जमुई की शुभदर्शिनी और पूजा कुमारी शामिल है. टॉप 10 में 101 छात्र शामिल हुए हैं जो कि अब तक के सबसे अधिक हैं. पूजा कुमारी, सुभाषिनी, संदीप कुमार ने 484 नंबर पाए हैं , इन्होंने 96.8% नंबर पाए. टॉप 10 में शामिल 100 छात्रों में से 13 छाल जमुई के सिमुलतल्ला आवासीय विद्यालय के हैं.
स्क्रूटनी को लेकर छात्रों को हर एक विषय के लिए 70 रुपये की फीस भरनी होगी। यानी अगर आपको एक या दो, जितने भी विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन करना है तो हर सब्जेक्ट के लिए 70 रुपये फीस चुकानी होगी। स्क्रूटिनी के लिए इस बार ऑनलाइन आवेदन ही मान्य होगा। बिहार बोर्ड की वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in और onlinebseb.in से इसके लिए स्टूडेंट्स एप्लाई कर सकते हैं।
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में इस बार16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 8,29,271 छात्र और 8,24,893 छात्राओं ने परीक्षा दी। इनमें से कुल 12,93,054 विद्यार्थी (78.17%) उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण छात्रों की संख्या 6,76,518 है और उत्तीर्ण छात्राओं की संख्या 6,16,536 है।
इस साल मैट्रिक के रिजल्ट में पिछले साल से गिरावट दर्ज की गई है जहां, पिछले साल 80 फीसदी छात्र पास हुए थे, वहीं इस बार कम होकर 78.17 फीसदी छात्र ही पास हो पाएं हैं। कुछ 16,84,466 विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था जिसमें से 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 12,93,054 पास हुए। फर्स्ट डिविजन से 413087 विद्यार्थी, सेकेंड डिविजन से 500615 और थर्ड डिविजन से 378980 पास हुए हैं।