Bihar Board 10th Result 2021, BSEB Matric Sarkari Result 2021: बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड, या बीएसईबी ने बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस साल मैट्रिक के रिजल्ट में पिछले साल से गिरावट दर्ज की गई है जहां, पिछले साल 80 फीसदी छात्र पास हुए थे, वहीं इस बार कम होकर 78.17 फीसदी छात्र ही पास हो पाएं हैं। कुछ 16,84,466 विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था जिसमें से 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 12,93,054 पास हुए। फर्स्ट डिविजन से 413087 विद्यार्थी, सेकेंड डिविजन से 500615 और थर्ड डिविजन से 378980 पास हुए हैं।
Bihar Board 10th Result 2021 Live: Check here
इस साल 78.17 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं। अगर किसी अभ्यर्थी को ऐसा लग रहा है कि उसे कुछ विषयों में अपेक्षाकृत नंबर नहीं मिल पाए हैं तो वह स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकता है। इस बार यह आवेदन ऑनलाइन भी सकता है। स्क्रूटनी के लिए 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक का वक्त दिया गया है। इसमें हर विषय के लिए 70-70 रुपए की फीस लगेगी। अभ्यर्थी https://biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर संबंधित विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
Bihar Board 10th Result 2021 live: check Updates Here
बिहार बोर्ड 10 वीं का रिजल्ट हो गया है। इस बार कुल अभ्यर्थियों के 78 प्रतिशत अभ्यर्थी पास हुए हैं। जबकि पिछली बार 80.59 प्रतिशत बच्चे पास हुए थे। ऐसे में देखा जाए तो इस बार छात्रों की सक्सेस रेट में गिरावट आई है। 10वीं परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 30 फीसदी मार्क्स लाने आवश्यक है। यानी हर विषय में छात्र के 100 में से कम से कम 30 मार्क्स होने चाहिए। एग्रीगेट 150 अंक होना जरूरी है। छात्र को पास घोषित होने के लिए इंग्लिश और ऑप्शनल सब्जेक्ट (वैकल्पिक विषय) को छोड़कर अन्य सभी विषयों में पास होना होता है।


इस साल मैट्रिक के रिजल्ट में पिछले साल से गिरावट दर्ज की गई है जहां, पिछले साल 80 फीसदी छात्र पास हुए थे, वहीं इस बार कम होकर 78.17 फीसदी छात्र ही पास हो पाएं हैं। कुछ 16,84,466 विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था जिसमें से 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 12,93,054 पास हुए। फर्स्ट डिविजन से 413087 विद्यार्थी, सेकेंड डिविजन से 500615 और थर्ड डिविजन से 378980 पास हुए हैं।
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में इस बार16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 8,29,271 छात्र और 8,24,893 छात्राओं ने परीक्षा दी। इनमें से कुल 12,93,054 विद्यार्थी (78.17%) उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण छात्रों की संख्या 6,76,518 है और उत्तीर्ण छात्राओं की संख्या 6,16,536 है।
स्क्रूटनी को लेकर छात्रों को हर एक विषय के लिए 70 रुपये की फीस भरनी होगी। यानी अगर आपको एक या दो, जितने भी विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन करना है तो हर सब्जेक्ट के लिए 70 रुपये फीस चुकानी होगी। स्क्रूटिनी के लिए इस बार ऑनलाइन आवेदन ही मान्य होगा। बिहार बोर्ड की वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in और onlinebseb.in से इसके लिए स्टूडेंट्स एप्लाई कर सकते हैं।
10वीं परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 30 फीसदी मार्क्स लाने आवश्यक है। यानी हर विषय में छात्र के 100 में से कम से कम 30 मार्क्स होने चाहिए। एग्रीगेट 150 अंक होना जरूरी है। छात्र को पास घोषित होने के लिए इंग्लिश और ऑप्शनल सब्जेक्ट (वैकल्पिक विषय) को छोड़कर अन्य सभी विषयों में पास होना होगा। सोशल साइंस और साइंस समेत प्रैक्टिल विषयों में छात्र को थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट दोनों में पास होना जरूरी होगा और इसके लिए 100 में से कम से कम 30 अंक लाने होंगे। ऐसे छात्र जो एक या दो विषय में 30 फीसदी से कम नंबर लाते हैं उन्हें कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा।
टॉप 10 छात्रों में रोहतास के संदीप, जमुई की शुभदर्शिनी और पूजा कुमारी शामिल है. टॉप 10 में 101 छात्र शामिल हुए हैं जो कि अब तक के सबसे अधिक हैं. पूजा कुमारी, सुभाषिनी, संदीप कुमार ने 484 नंबर पाए हैं , इन्होंने 96.8% नंबर पाए. टॉप 10 में शामिल 100 छात्रों में से 13 छाल जमुई के सिमुलतल्ला आवासीय विद्यालय के हैं.
अगर किसी अभ्यर्थी को ऐसा लग रहा है कि उसे कुछ विषयों में अपेक्षाकृत नंबर नहीं मिल पाया है तो वह स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकता है. इस बार यह आवेदन ऑनलाइन भी सकता है. स्क्रूटनी के लिए 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक का वक्त दिया गया है. इसमें हर विषय के लिए 70-70 रुपए की फीस लगेगी. अभ्यर्थी https://biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर संबंधित विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
टॉप 10 छात्रों में रोहतास के संदीप, जमुई की शुभदर्शिनी और पूजा कुमारी शामिल है. टॉप 10 में 101 छात्र शामिल हुए हैं जो कि अब तक के सबसे अधिक हैं. पूजा कुमारी, सुभाषिनी, संदीप कुमार ने 484 नंबर पाए हैं , इन्होंने 96.8% नंबर पाए. टॉप 10 में शामिल 100 छात्रों में से 13 छाल जमुई के सिमुलतल्ला आवासीय विद्यालय के हैं.
स्टूडेंट्स सबसे पहले बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट को लॉग इन करें.होम पेज पर Annual Secondary School Examination Result, 2021 के लिंक पर क्लिक करें.अब जो नया पेज खुलेगा उस पर रोल कोड या रोल नंबर डालें और सर्च पर क्लिक करें. क्लिक करते ही स्क्रीन पर आपका रिजल्ट आ जाएगा. इसका प्रिंट आउट ले लें.
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में इस बार16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 8,29,271 छात्र और 8,24,893 छात्राओं ने परीक्षा दी। इनमें से कुल 12,93,054 विद्यार्थी (78.17%) उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण छात्रों की संख्या 6,76,518 है और उत्तीर्ण छात्राओं की संख्या 6,16,536 है।
कुल 3,78,980 छात्र बोर्ड परीक्षा में थर्ड डिवीजन पास हुए हैं. इसमें 1,70,132 लड़के और 2,08,848 लड़कियां शामिल हैं। इस साल का रिजल्ट पिछले साल की तुलना में थोड़ा पीछे रह गया. पिछले साल कुल 80.59 प्रतिशत छात्र पास हुए थे जबकि इस साल 78.17 छात्र पास हुए. हालांकि पिछले साल की तुलना में फर्स्ट डिवीजन पास होने वाले छात्रों की संख्या इस साल ज्यादा है।
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में इस बार16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 8,29,271 छात्र और 8,24,893 छात्राओं ने परीक्षा दी। इनमें से कुल 12,93,054 विद्यार्थी (78.17%) उत्तीर्ण हुए हैं। उत्तीर्ण छात्रों की संख्या 6,76,518 है और उत्तीर्ण छात्राओं की संख्या 6,16,536 है।
इस बार बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं की परीक्षा में 4,13,087 छात्र फर्स्ट डिवीजन के साथ पास हुए हैं. इनमें 2,47,496 छात्र और 1,65,591 छात्राएं शामिल हैं। सेकेंड डिवीजन पास होने वाले छात्रों की संख्या 5,00,615 है, जो कि सबसे ज्यादा हैं. इसमें 2,58,713 लड़के और 2,41,902 लड़कियां शामिल हैं।
इस बार का 10वीं की नतजी पिछले साल की तुलना में गिरावट आई है. इस साल 78.17 फीसदी छात्र पास हुए है जबकि टॉप 10 में 101 स्टूडेंट्स शामिल हुए है. वहीं पिछले साल यानी वर्ष 2020 में कुल 80.59 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए थे।
बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा, 2021 में कुल 4,13,087 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में, 5,00,615 विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में तथा 3,78,980 विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं. वार्षिक माध्यमिक परीक्षा, 2021 में कुल 12,93,054 विद्यार्थी (छात्र- 6,76,518 एवं छात्राएं- 6,16,536) उत्तीर्ण हुए हैं. उत्तीर्ण विद्यार्थियों का कुल प्रतिशत 78.17 है.
बिहार के शिक्षामंत्री ने 10वीं के रिजल्ट घोषित किए थे। 3 छात्र इस वर्ष की परीक्षा में टॉपर बने हैं। छात्र आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
स्क्रूटनी को लेकर छात्रों को हर एक विषय के लिए 70 रुपये की फीस भरनी होगी। यानी अगर आपको एक या दो, जितने भी विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन करना है तो हर सब्जेक्ट के लिए 70 रुपये फीस चुकानी होगी। स्क्रूटिनी के लिए इस बार ऑनलाइन आवेदन ही मान्य होगा। बिहार बोर्ड की वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in और onlinebseb.in से इसके लिए स्टूडेंट्स एप्लाई कर सकते हैं।
कुल 372 स्टूडेंट्स कंपार्टमेंटल/क्वालिफाईंग श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें से 177 छात्र और 195 छात्राएं हैं। जबकि 3,60,665 स्टूडेंट्स अनुत्तीर्ण रहे हैं।
इसके अलावा बीएसईबी को एसएमएस करके भी कक्षा 10वीं के परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। इसके लिए छात्रों को निम्नानुसार BSEBRollNumber टाइप करना होगा और इसे 56263 पर भेजना होगा।
बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में पिछले साल करीब 15 लाख बच्चे शामिल हुए थे। इसमें करीब 4 लाख बच्चे प्रथम श्रेणी से पास हुए थे। इसी तरह सवा पांच लाख सेकेंड डिवीजन और पौने तीन लाख बच्चे तृतीय श्रेणी से मैट्रिक परीक्षा में पास हुए थे। कुल 12 लाख बच्चे परीक्षा पास करने में सफल रहे थे। करीब 80 फीसद बच्चे पास होने में कामयाब रहे थे।
मैट्रिक परीक्षा में राज्य में दूसरी रैंक प्राप्त करने वाला उत्कर्ष नारायण भारतीय इंजीनियर बन देश की सेवा करना चाहते हैं। पहले वे इंटर एग्जाम में बेहतर करना चाहते हैं। तीन भाइयों में दूसरे नंबर के उत्कर्ष ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सेल्फ स्टडी से तैयारी कर परीक्षा दी।
बिहार बोर्ड में एक तरफ टॉपर्स छाए रहे वहीं दूसरी ओर फेल और कम मार्क्स वाले बच्चों की लंबी लिस्ट है। बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा में पास होने के अलग-अलग नियम है। जैसे अगर कोई छात्र कंपलसरी विषय (हिंदी, साइंस, अंग्रेजी) में फेल होता है, तो उसे चुने गए अतिरिक्त विषय के नंबरों के जरिए पास कर दिया जाएगा लेकिन उस छात्र को इंग्लिश में पास होना जरूरी है। सभी छात्र-छात्राओं को सामाजिक विज्ञान और विज्ञान के प्रैक्टिल, लिखित और इंटरनल असेसमेंट में भी पास होना अनिवार्य है। पास होने के लिए हर विषय में 30 प्रतिशत मार्क्स जरूरी हैं। एक दो नंबर कम होने पर स्कूल से ग्रेस अंक देकर आगे बढ़ने का मौका दिया जाता है।
बिहार मैट्रिक और इंटरमीडिएट के रिजल्ट ने इस बार जमुई जिले के स्कूल सिमुलतला को टॉपर्स की फैक्ट्री का खिताब दिला दिया। बिहार मैट्रिक रिजल्ट में स्कूल के कई छात्रों ने टॉप टेन में स्थान बनाया। इसी स्कूल की पूजा कुमारी और शुभदर्शनी पूरे स्टेट में साल 2021 की टॉपर बनीं। स्कूल के अन्य 14 छात्र-छात्राएं टॉप टेन के लिस्ट में शामिल हुए हैं। पिछले कई साल से सिमुललतला स्कूल से बच्चे स्टेट टॉपर बनते आ रहे हैं जिसके कारण स्कूल को टॉपर्स की खान कहा जाने लगा है।
बिहार बोर्ड ने 10वीं में इस बार करीब 03 लाख 60 हजार 655 स्टूडेंट्स फेल भी हुए हैं। ऐसे में जो स्टूडेंट्स परीक्षा में फेल हो गए हैं उनको चिंता करने की जरूरत नहीं है। वह कंपार्टमेंट परीक्षा देकर पास हो सकते हैं। बिहार बोर्ड 10वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा मई में हो सकती है।
बिहार बोर्ड 10वीं के रिजल्ट जारी होने के बाद BSEB की वेबसाइट पर कुछ छात्रों के रिजल्ट पेंडिंग दिखाये गये। ऐसे छात्रों को परेशान होने की जरुरत नहीं है। जिन छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग हो वह अपने स्कूल/कॉलेज में आवेदन देकर अपील कर सकते हैं। सबसे पहले पेंडिंग वाले विषय का रिजल्ट जारी करने के लिए स्कूल में एक एप्लीकेशन दें। स्कूल के प्रिंसिपल आपको आवेदन को वेरिफाई करके बोर्ड को भेज देंगे। पेडिंग रिजल्ट क्लियर करवाने छात्र को कुछ फीस के साथ उस आवेदन की प्रति और एडमिट कार्ड की एक कॉपी देनी होगी।
इस बार बिहार बोर्ड 10वीं के रिजल्ट में बहुत से गरीब परिवार के बच्चों ने टॉपर्स लिस्ट में जगह बनाई। इसमें बिहार (गया शहर) के पंचर ठीक करने वाले के बेटे सद्दाम हुसैन ने 476 अंक हासिल किये। सद्दाम की तरह ही नीरज कुमार 475 अंक, अंकित कुमार 476 अंक, मोहित कुमार 475 अंक और मोहम्मद एजाज 475 अंक हासिल करके टॉपर्स बने। ये सभी बच्चे अति पिछड़े ग्रामीण इलाके के हैं जिन्होंने लॉकडाउन और असुविधाओं में भी सेल्फ स्टडी के दम पर कामयाबी हासिल की।
पहला स्थान पाने वाले छात्रों के लिए प्राइज: 1 लाख रुपये, एक लैपटॉप और एक किंडल-ई-बुक रीडरदूसरा स्थान पाने वाले छात्रों के लिए प्राइज: 75000 रुपये, एक लैपटॉप और एक किंडल-ई-बुक रीडरतीसरा स्थान पाने वाले छात्रों के लिए प्राइज: 50,000 रुपये, एक लैपटॉप और एक किंडल-ई-बुक रीडर
इस बार मैट्रिक के रिजल्ट में छात्रों ने बाजी मारी है। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा, 2021 में इस बार कुल 12,93,054 छात्र पास हुए। इनमें से 6,76,518 छात्र और 6,16,536 छात्राएं पास हुईं।
इस साल मैट्रिक के रिजल्ट में पिछले साल से गिरावट दर्ज की गई है जहां, पिछले साल 80 फीसदी छात्र पास हुए थे, वहीं इस बार कम होकर 78.17 फीसदी छात्र ही पास हो पाएं हैं। कुछ 16,84,466 विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था जिसमें से 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 12,93,054 पास हुए। फर्स्ट डिविजन से 413087 विद्यार्थी, सेकेंड डिविजन से 500615 और थर्ड डिविजन से 378980 पास हुए हैं।
पटना जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो जिले भर में द्वितीय श्रेणी में छात्राएं अधिक पास हुई हैं। जिले में 66 फीसदी छात्राएं द्वितीय श्रेणी में पास हुई हैं। वहीं 54 फीसदी छात्र को द्वितीय श्रेणी प्राप्त हुई है। वहीं प्रथम श्रेणी में छात्रों को अधिक सफलता मिली है। ज्यादातर स्कूलों में 20 से 25 फीसदी प्रथम श्रेणी में छात्र और छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं।
बिहार बोर्ड 10वीं में पास कोई बच्चा अगर अपने मार्क्स से संतुष्ट नहीं है तो वह स्क्रूटनी फॉर्म के जरिए कॉपी की दोबारा जांचने की मांग कर सकता है। इस दावे के बाद संबधित स्कूल उनकी आंसर शीट की जिरोक्स कॉपी मुहैया करवाएगा। फिर बच्चे के आंसर के मनमुताबिक नंबर न मिलने पर परीक्षक दोबारा कॉपी जांचेंगे। दावा सही पाये जाने पर बच्चे के लिए संशोधित रिजल्ट जारी किया जाएगा।
अगर किसी अभ्यर्थी को ऐसा लग रहा है कि उसे कुछ विषयों में अपेक्षाकृत नंबर नहीं मिल पाया है तो वह स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकता है. इस बार यह आवेदन ऑनलाइन भी सकता है. स्क्रूटनी के लिए 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक का वक्त दिया गया है. इसमें हर विषय के लिए 70-70 रुपए की फीस लगेगी. अभ्यर्थी https://biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर संबंधित विषय में स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
बीएसईबी 10वीं के परिणाम 2021 को मोबाइल एप के माध्यम से जांचने के लिए, छात्रों को गूगल प्ले स्टोर से बिहार बोर्ड परिणाम 2021, बीएसईबी 10वीं 12वीं परिणाम एप डाउनलोड कर सकते हैं।
फर्स्ट डिविजन से 413087 विद्यार्थी, सेकेंड डिविजन से 500615 और थर्ड डिविजन से 378980 पास हुए हैं।
कुल 16,84,466 विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था जिसमें से 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 12,93,054 पास हुए।
टॉप 10 छात्रों में रोहतास के संदीप, जमुई की शुभदर्शिनी और पूजा कुमारी शामिल है. टॉप 10 में 101 छात्र शामिल हुए हैं जो कि अब तक के सबसे अधिक हैं. पूजा कुमारी, सुभाषिनी, संदीप कुमार ने 484 नंबर पाए हैं , इन्होंने 96.8% नंबर पाए. टॉप 10 में शामिल 100 छात्रों में से 13 छाल जमुई के सिमुलतल्ला आवासीय विद्यालय के हैं।
10वीं परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 30 फीसदी मार्क्स लाने आवश्यक है। यानी हर विषय में छात्र के 100 में से कम से कम 30 मार्क्स होने चाहिए। एग्रीगेट 150 अंक होना जरूरी है। छात्र को पास घोषित होने के लिए इंग्लिश और ऑप्शनल सब्जेक्ट (वैकल्पिक विषय) को छोड़कर अन्य सभी विषयों में पास होना होगा। सोशल साइंस और साइंस समेत प्रैक्टिल विषयों में छात्र को थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट दोनों में पास होना जरूरी होगा और इसके लिए 100 में से कम से कम 30 अंक लाने होंगे। ऐसे छात्र जो एक या दो विषय में 30 फीसदी से कम नंबर लाते हैं उन्हें कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा।
टॉप 10 छात्रों में रोहतास के संदीप, जमुई की शुभदर्शिनी और पूजा कुमारी शामिल है. टॉप 10 में 101 छात्र शामिल हुए हैं जो कि अब तक के सबसे अधिक हैं. पूजा कुमारी, सुभाषिनी, संदीप कुमार ने 484 नंबर पाए हैं , इन्होंने 96.8% नंबर पाए. टॉप 10 में शामिल 100 छात्रों में से 13 छाल जमुई के सिमुलतल्ला आवासीय विद्यालय के हैं.
मैट्रिक कॉपियों का मूल्यांकन 12 से 24 मार्च तक पूरा किया गया था। बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2021 का आयोजन 17 फरवरी से 24 फरवरी 2021 तक किया गया था। बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में कुल 16 लाख 84 हजार 466 परीक्षार्थी शामिल हुए। इनमें आठ लाख 37 हजार 803 छात्राएं और आठ लाख 46 हजार 663 छात्र थे।
जो भी छात्र किसी भी विषय में एक या दो नंबर से फेल होंगे उन्हें ग्रेस मार्क्स से पास कर दिया जाता है। पिछले साल मैट्रिक परीक्षा में 2,08,147 छात्र परीक्षा में एक या दो विषयों में असफल रहे थे, जिनमें 1,41,677 छात्रों को ग्रेस मार्क्स देकर पास किया गया था।
इस साल मैट्रिक के रिजल्ट में पिछले साल से गिरावट दर्ज की गई है जहां, पिछले साल 80 फीसदी छात्र पास हुए थे, वहीं इस बार कम होकर 78.17 फीसदी छात्र ही पास हो पाएं हैं। कुछ 16,84,466 विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था जिसमें से 16,54,171 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 12,93,054 पास हुए। फर्स्ट डिविजन से 413087 विद्यार्थी, सेकेंड डिविजन से 500615 और थर्ड डिविजन से 378980 पास हुए हैं।