Bihar Board 10th result 2020 बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.in, bsebssresult.com, biharboardonline.bihar.gov.in, biharboard.ac.in, bsebinteredu.in पर जारी कर दिया है। आपको भी अगर Bihar Board BSEB 10th Result का इंतजार है तो इन वेबसाइट्स पर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। 12वीं के रिजल्ट की तरह ही 10वीं का रिजल्ट भी बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस के ही जारी किया गया। हालांकि एक साथ ज्यादा ट्रेफिक होने की वजह से वेबसाइट डाउन भी हुई थी।
Bihar Board BSEB 10th Result 2020 LIVE Updates: Check marks here
बता दें कि, इस साल बिहार बोर्ड मैट्रिक परिणाम 2020 के अनुसार कुल 4.03 लाख स्टूडेंट्स को फर्स्ट डिवीज़न मिली है। सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स सेकेंड डिवीज़न पास हुए हैं। 5.24 लाख उम्मीदवार सेकेंड डिवीज़न जबकि 2.75 लाख स्टूडेंट्स थर्ड डिवीज़न पास हुए हैं। परीक्षा में कुल 2.8 लाख (2,89,692) स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं। इनके अलावा 4 उम्मीदवारों को रिजल्ट फिलहाल पेंडिंग हैं।
अगर कोई छात्र कुल 75 प्रतिशत अंक (एग्रीगेट) हासिल करता है और किसी एक विषय में 10 प्रतिशत से कम नंबर से फेल हो जाता है तो उसे पास घोषित कर दिया जाता है।
हिमांशु ने कहा, “अधिकांश छात्र परीक्षा से कुछ दिन पहले ही परीक्षा की तैयारी शुरू करते हैं। यदि किसी चीज़ को याद रखना है तो उसे रोज दोहराना बेहद जरूरी है। मैं पढ़ाई करने के लिए कम से कम 12 घंटे निकालता था। मेरे पिता भी शाम को मुझे पढ़ाते थे और मेरे डाउट्स को क्लियर करने के लिए मेरे शिक्षकों ने स्कूल के बाद भी मेरी मदद की।”
2012 में हुए टॉपर्स के घोटाले की वजह से, राज्य बोर्ड ने कई परीक्षा सुधार शुरू किए थे, जिनमें OMR शीट आदिशामिल हैं। इस साल जहां लड़कियों का पास प्रतिशत 90.28 प्रतिशत था, वहीं लड़कों का रिजल्ट 84.12 प्रतिशत रहा है।
रैंक 1 - हिमांशु राज, रैंक 2- दुर्गेश कुमार, रैंक 3 - शुभम कुमार, रैंक 3 - राजवीर, रैंक 3 - जूली कुमार (महिला टॉपर), रैंक 4 - सन्नू कुमार, रैंक 4 - मुन्ना कुमार, रैंक 4 - नवनीत कुमार, रैंक 5 - रंजीत कुमार गुप्ता
बोर्ड द्वारा जारी टॉपर्स की लिस्ट यहां है।
जारी रिजल्ट के अनुसार, कुल 4.03 लाख स्टूडेंट्स को फर्स्ट डिवीज़न मिली है। सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स सेकेंड डिवीज़न पास हुए हैं। 5.24 लाख उम्मीदवार सेकेंड डिवीज़न जबकि 2.75 लाख स्टूडेंट्स थर्ड डिवीज़न पास हुए हैं।
रोहतास के जनता हाई स्कूल के हिमांशु राज ने 481 अंकों के साथ परीक्षा में टॉप किया है। बीते तीन साल की बात करें तो उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों का फीसद लगातार बढ़ा है।
एसएमएस के जरिए परिणाम जानने के लिए अपने मोबाइल फोन के मैसेज बॉक्स में जाएं। इनबॉक्स में BSEB टाइप करके <space> दीजिए और अब अपना Roll number लिखें। इस मैसेज को 56263 पर भेज दीजिए। कुछ ही देर में आपके परिणाम का मैसेज फोन पर ही आ जाएगा।
बिहार बोर्ड (BSEB) की 10वीं का रिजल्ट राज्य के शिक्षामंत्री कृष्णनंदन प्रसाद द्वारा जारी किया गया। इस मौके पर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर और शिक्षा विभाग के मुख्य अपर सचिव आरके महाजन भी मौजूद रहे। बिहार बोर्ड ने बताया कि कोरोना वायरस और लॉकडान के कारण इस बार संवाददाता सम्मेलन करने की बजाए सोशल मीडिया के जरिए रिजल्ट जारी किए जाने की सूचना दी गई।
बिहार बोर्ड 12:30 बजे कक्षा 10 परीक्षा के परिणाम घोषित करेगा। छात्र वेबसाइट biharboard.ac.in, bsebssresult.com और biharboardonline.bihar.gov.in के माध्यम से परिणामों की जांच कर सकते हैं
स्टेप 1: सबसे पहले उम्मीदवार बताई गई आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।स्टेप 2: रिजल्ट चेक करने का लिंक उम्मीदवारों को वेबसाइट के होमपेज पर नजर आएगा।स्टेप 3: स्क्रॉल पर दिख रहे लिंक पर क्लिक करें और आप एक नये पेज पर रीडायरेक्ट हो जाएंगे।स्टेप 4: इस पेज पर अपना रोल नंबर दर्ज करें तथा अन्य जानकारी दर्ज कर सब्मिट करें।स्टेप 5: रिजल्ट आपकी स्क्रीन पर नज़र आ जाएगा। इसे डाउनलोड करें।
इंटर परीक्षा के लिए मार्किंग स्कीम 2021 से बदलनी है। बोर्ड के लिए सबसे हालिया घोषणा 2021 के आगामी शैक्षणिक वर्ष की है, जिसमें 50 अंकों के दो भाषा पत्रों के बजाय, 100 अंकों की एक परीक्षा आयोजित की जाएगी। अतिरिक्त विषयों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।
पिछले वर्षों के तरह बिहार बोर्ड ने इस साल व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग के माध्यम से इंटरमीडिएट परीक्षा के शीर्ष पांच रैंक धारकों का सत्यापन और साक्षात्कार किया, मैट्रिक परीक्षा के लिए भी इसी प्रक्रिया का पालन किया गया है।
अगर कोई छात्र कुल 75 प्रतिशत अंक (एग्रीगेट) हासिल करता है और किसी एक विषय में 10 प्रतिशत से कम नंबर से फेल हो जाता है तो उसे पास घोषित कर दिया जाता है।
पास प्रतिशत बेहतर करने के लिए बिहार बोर्ड ने ग्रेस मार्क्स देने की नीति अपना रखी है। इसके मुताबिक अगर कोई छात्र किसी एक विषय में 8 प्रतिशत या इससे कम नंबर या दो विषयों में 4-4 प्रतिशत व उससे कम नंबर से फेल हो जाता है तो उसे ग्रेस नंबर देकर अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाता है।
इस साल नकल रोकने के लिए बिहार बोर्ड ने कई कदम उठाए थे। बिहार बोर्ड ने पहली बार प्री प्रिंटेड आंसर बुक इस्तेमाल की थी। इसके अलावा ओएमआर शीट में लाई गई थी जिसमें उम्मीदवार का नाम और फोटो पहले से ही प्रिंटेड होती थी। वहीं परीक्षा में कुल 100 प्रश्न थे, जिसमें से 60 प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप के थे।
बीएसईबी कक्षा 10 परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले लगभग 16 लाख छात्र निजी वेबसाइट indiaresults.com के माध्यम से अपना परिणाम देख सकते हैं। अपने मैट्रिक परीक्षा के अंक देखने के लिए, उम्मीदवारों को अपना रोल कार्ड संभाल कर रखना होगा। वे अपने रोल नंबर और अन्य विवरण दर्ज करके इसे एक्सेस कर सकते हैं।
रिजल्ट कल दोपहर ही जारी हो गए हैं मगर कई छात्रों को अभी तक अपना रिजल्ट चेक करने में परेशानी हो रही है। कई छात्रों ने ट्विटर पर इस संबंध में शिकायतें भी की हैं। वेबसाइट हेवी ट्रैफिक के कारण अनरिस्पांसिव है।
जबकि जूली के पिता एक शिक्षक हैं, वहीं उनकी माँ एक गृहिणी हैं। पिता ने जहां पढ़ाई में मदद की वहीं मां ने यह सुनिश्चित किया कि जूली को रसोई में कदम न रखना पड़े। जुली ने बताया, "परिणाम घोषित होने के बाद से, मुझे NEET (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थानों से कई फोन आए हैं और मैंने लॉकडाउन खत्म होने के बाद रजिस्ट्रेशन करने का फैसला किया है।"
जूली टॉप 5 में एकलौती लड़की हैं, उन्होंने कहा, "लड़कियों को पढ़ने के अलावा खाना पकाने और घरेलू कामों में मदद करने की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी है, यही वजह है कि वे अक्सर वह परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में विफल रहती हैं, लेकिन मेरे माता-पिता मुझे केवल पढ़ाई करने के लिए कहा और अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए प्रेरित किया।
लड़कियों में जूली कुमारी टॉपर बनी हैं। जूनी ने 500 में से 478 नंबर स्कोर किए हैं। वह ओवरऑल थर्ड रैंक होल्डर हैं और लड़कियों में फर्स्ट। जूली आगे चलकर डॉक्टर बनने का सपना रखती हैं।
जारी रिजल्ट के अनुसार, कुल 4.03 लाख स्टूडेंट्स को फर्स्ट डिवीज़न मिली है। सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स सेकेंड डिवीज़न पास हुए हैं। 5.24 लाख उम्मीदवार सेकेंड डिवीज़न जबकि 2.75 लाख स्टूडेंट्स थर्ड डिवीज़न पास हुए हैं। परीक्षा में कुल 2.8 लाख (2,89,692) स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं। इनके अलावा 4 उम्मीदवारों को रिजल्ट फिलहाल पेंडिंग है।
रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट समेत अन्य रिजल्ट होस्टिंग वेबसाइट पर भी जारी किए गए हैं। जो छात्र इस वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे वे किसी भी रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर तथा रोल कोड की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
आर्ट्स स्ट्रीम में छात्रों की कुल संख्या 5,56,072 थी। इनमें से 3,30,305 लड़कियां तथा 2,25,767 लड़के परीक्षा में पास हुए हैं। आर्ट्स स्ट्रीम में 1,36,858 छात्र 1st डिविजन में पास हुए, 2,55,092 छात्र 2nd डिविजन में और 33,600 छात्र तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं।
कॉमर्स स्ट्रीम में कौसर फातिमा तथा सुधांशु नारायण चौधरी ने 95.2 फीसदी अंक (476 अंक) प्राप्त कर टॉप किया है। बिहार बोर्ड ने परीक्षा परिणाम चेक करने के लिए ऑनलाइन सुविधा दी है, जहां से आप अपनी मार्कशीट भी डाउनलोड कर सकते हैं।
बोर्ड द्वारा जारी टॉपर्स की लिस्ट यहां है।
रैंक 1 - हिमांशु राज
रैंक 2- दुर्गेश कुमार
रैंक 3 - शुभम कुमार
रैंक 3 - राजवीर
रैंक 3 - जूली कुमार (महिला टॉपर)
रैंक 4 - सन्नू कुमार
रैंक 4 - मुन्ना कुमार
रैंक 4 - नवनीत कुमार
रैंक 5 - रंजीत कुमार गुप्ता
2012 में हुए टॉपर्स के घोटाले की वजह से, राज्य बोर्ड ने कई परीक्षा सुधार शुरू किए थे, जिनमें OMR शीट आदिशामिल हैं। इस साल जहां लड़कियों का पास प्रतिशत 90.28 प्रतिशत था, वहीं लड़कों का रिजल्ट 84.12 प्रतिशत रहा है।
हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड टॉप किया है जबकि दूसरी रैंक दुर्गेश कुमार ने 480 अंकों के साथ प्राप्त की है। तीसरे स्थान पर तीन स्टूडेंट्स हैं जिनमें एक लड़की और 47 अंकों के साथ दो लड़के हैं।
हालांकि, कोरोनोवायरस महामारी के कारण फिलहाल हिमांशु की पढ़ाई रुकी हुई है। जबकि सभी स्कूल बंद हैं और अधिकांश शैक्षिक सामग्री व्हाट्सएप या डिजिटल मोड के माध्यम से दी जा रही है, ऐसे में हिमांशु के परिवार के पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिए कोई स्मार्टफोन या लैपटॉप नहीं है।
हिमांशु ने कहा, “अधिकांश छात्र परीक्षा से कुछ दिन पहले ही परीक्षा की तैयारी शुरू करते हैं। यदि किसी चीज़ को याद रखना है तो उसे रोज दोहराना बेहद जरूरी है। मैं पढ़ाई करने के लिए कम से कम 12 घंटे निकालता था। मेरे पिता भी शाम को मुझे पढ़ाते थे और मेरे डाउट्स को क्लियर करने के लिए मेरे शिक्षकों ने स्कूल के बाद भी मेरी मदद की।”
हिमांशु IIT जाकर आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं कक्षा 11 और 12 में साइंस ले लूंगा और इस वर्ष से JEE (इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा) की तैयारी शुरू कर दूंगा। मैं एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता हूं। मेरा इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों के प्रति झुकाव है और मैं हमेशा यह जानना चाहता हूं कि इलेक्ट्रॉनिक चीजें कैसे चलती हैं और एक कंप्यूटर के अंदर क्या होता है।"
हिमांशु एक किसान के बेटे हैं। उनके पिता दिन में पट्टे पर खेतों में काम करते हैं और शाम को उसे पढ़ाते भी हैं। उनकी मां एक गृहिणी हैं। हिमांशु ने बताया कि वे खुद भी कई बार पिता के साथ सब्जी बेचने बाजार जाते रहे हैं।
बिहार के रोहतास के एक सुदूर गाँव के छात्र हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षा में 500 में से 481 अंक हासिल किए हैं। टॉप करने के लिए 15 वर्षीय हिमांशु ने 14.94 लाख से अधिक छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।
रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट समेत अन्य रिजल्ट होस्टिंग वेबसाइट पर भी जारी किए गए हैं। जो छात्र इस वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे वे किसी भी रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर तथा रोल कोड की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट समेत अन्य रिजल्ट होस्टिंग वेबसाइट पर भी जारी किए गए हैं। जो छात्र इस वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे वे किसी भी रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर तथा रोल कोड की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट समेत अन्य रिजल्ट होस्टिंग वेबसाइट पर भी जारी किए गए हैं। जो छात्र इस वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे वे किसी भी रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर तथा रोल कोड की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की गई थी। सुबह के सत्र में 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक और दोपहर की पाली 1.45 बजे से शाम 4.30 बजे तक आयोजित की गई। रिजल्ट आज आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए गए हैं। 10वीं में हिमांशु राज इस वर्ष टॉपर बने हैं।
बिहार बोर्ड द्वारा पूर्व में जारी परीक्षा डेटशीट के अनुसार, 10 वीं बोर्ड परीक्षा फरवरी 2020 में ही आयोजित की गई थी। बिहार 10 वीं परीक्षा 17 फरवरी से शुरू हुई और 24 फरवरी तक जारी रही। परीक्षा के रिजल्ट आज 26 मई को जारी किए गए हैं। रिजल्ट से जुड़ी पूरी जानकारी नीचे मौजूद है।
बिहार बोर्ड देशभर में लागू लॉकडाउन 12वीं और 10वीं दोनो ही परीक्षाओं के रिजल्ट सबसे पहले रिजल्ट जारी करने वाला बोर्ड बन गया है। बोर्ड ने पिछले वर्ष सबसे पहले रिजल्ट जारी करने का रिकॉर्ड बनाया था।