गोवा में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को एक अतिरिक्त विषय के  तौर पर पढ़ाया जाएगा। यह फैसला गोवा बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन ने लिया है। जिसमें तय हुआ है कि कक्षा 9 से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की शिक्षा बच्चों को दी जाएगी। राज्य बोर्ड द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) उन सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा जहां राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (NSQF) की शिक्षा नहीं दी जा रही है। 

आधिकारिक अधिसूचना कहा गया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को NSQF योजना की तरह एक अतिरिक्त विषय के तौर पर शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 से कक्षा 9 के लिए अतरिक्त विषय के रूप में पेश किया गया है।

कक्षा 9 के छात्र जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का विकल्प चुनते हैं उनके पास 40 अंकों का थ्योरी पीस (पहले टर्म के लिए 20 अंक और दूसरे टर्म के लिए 20 अंक) और 60 अंक प्रैक्टिकल (पहले टर्म के लिए 30 अंक और दूसरे टर्म के लिए 30 अंक) होंगे।

AI को एक अतिरिक्त विषय के तौर पर जोड़ने के अलावा गोवा बोर्ड ने कक्षा 9 और कक्षा 11 में आईसीटी के मौजूदा पाठ्यक्रम को भी अपडेट किया है। बोर्ड ने सिफारिश की है कि स्कूलों में कक्षा 9 और कक्षा 11 के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए प्रति सप्ताह 33 मिनट के तीन सत्र करवाए जाएं।

कैसे शिक्षा में मददगार साबित होगा AI?

कहा जाता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में आज शिक्षा में कुछ सबसे बड़ी चुनौतियों का समाधान करने शिक्षा को नए तरीके से सीखने के सभी दिशाओं को प्रभावित करने की क्षमता है। AI को लेकर अलग-अलग तरह की बहस जारी हैं।

कहा यह भी जा रहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दुनियाभर में नए इनोवेशन को रफ्तार दे रहा है। OpenAI का ChatGPT किसी भी और हर चीज के लिए गो-टू चैटबॉट बन गया है यानी ऐसा माना जा रहा है कि इस AI टूल के साथ किसी भी काम को आसानी से किया जा सकता है। कल्पना करें कि यह चैटबॉट वास्तव में एक रोबोट होता जो आपके कामों में शारीरिक रूप से आपकी सहायता कर सकता। खैर, ऐसा लगता है कि एआई-संचालित रोबोट के दिन अब दूर नहीं हैं।