कोरोना वायरस की वजह लंबे समय से शैक्षणिक संस्थान बंद हैं जिस वजह से उनका शैक्षणिक सत्र में देरी हो रही है। इसके लिए बिहार के माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक गिरवर दयाल सिंह ने 4 जनवरी से स्कूलों को फिर से खोलने के लिए की गई तैयारियों का आकलन करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में शिक्षा विभाग ने अगले शैक्षणिक सत्र में देरी को रोकने के लिए वर्तमान शैक्षणिक सत्र की कक्षाओं और परीक्षाओं को नियमित करने के लिए कमर कस ली है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 2020-21 सत्र में इनरोल कक्षा 9 के छात्रों की परीक्षा तीन महीने की रेगुलर कक्षाओं के बाद 4 मार्च से होगी। बिहार में कक्षा 9 में लगभग 13.17 लाख छात्र नामांकित हैं।
माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक दयाल ने सत्र 2021-22 के लिए नया शैक्षणिक कैलेंडर भी जारी किया। नए कैलेंडर के अनुसार, कक्षा 9 के छात्रों के लिए पहली परीक्षा 23 जुलाई से और 21 सितंबर से फाइनल एग्जाम आयोजित किए जाएंगे। इसी तरह, कक्षा 11 के छात्रों के एग्जाम 10 मई से शुरू होंगे। छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए 21 दिनों के आंतरिक मूल्यांकन के बाद अभिभावक और शिक्षकों की बैठक बुलाई जाएगी।
इससे पहले अप्रैल में, शिक्षा विभाग ने कोविद -19 के प्रकोप के कारण वार्षिक परीक्षा आयोजित किए बिना कक्षा 1 से 9 और 11 वीं कक्षा के छात्रों को पदोन्नत किया था।
इससे पहले बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) के प्रधान सचिव संजय कुमार ने 24 दिसंबर को एक आदेश जारी किया जिसके अनुसार इन कक्षाओं को खोलने के दौरान कोविड नियमों का पालन करना होगा। छात्रों को 6 फिट की दूरी पर बैठना होगा। इस दौरान छात्रों को मास्क पहना और सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य होगा। सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स को दो मास्क दिए जाएंगे साथ ही टीचरों को कोरोना संक्रमण के बचाव के तरीकों के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।