UPSC 2014 में 13 स्थान प्राप्त करने वाले निशांत जैन की कहानी किसी को भी प्रेरणा दे सकती है। निशांत ने अपनी स्कूली पढ़ाई हिंदी भाषा में की थी और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा भी हिंदी में ही दी। निशांत ने बजाए अंग्रेजी पर फोकस करने के अपने सिलेबस और पढ़ाई पर पूरा फोकस किया था और इसी की बदौलत उन्होंने 13 स्थान प्राप्त कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया था।

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निशांत कहते हैं, ‘अगर आपको यूपीएससी की परीक्षा क्लियर करनी है तो आपको हिंदी के साथ अंग्रेजी पर भी अपनी पकड़ बनानी होगी। इंटरनेट कई बार अच्छी मदद करता है और यहां बहुत सारा स्टडी मैटेरियल भी उपलब्ध है। इसलिए कोशिश करें कि यहां से ज्यादा से ज्यादा और आराम से पढ़ाई हो सके। कई बार कैंडिडेट्स को यूपीएससी क्लियर करने में सिलेबस के कारण परेशानी होती है। लेकिन नोट्स अच्छी मदद करते हैं।’

राजस्थान में संभाल रहे हैं ये जिम्मेदारी: आईएएस अधिकारी निशांत जैन को राजस्थान में पर्यटन विभाग के निदेशक पद की जिम्मेदारी दी गई है। निशांत जैन बेहतरीन काम के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने एक मीटिंग में कहा था कि अब राजस्थान में एडवेंचर और नाइट टूरिज्म पर फोकस करना बहुत जरूरी होगा। मीटिंग के बाद उन्होंने कहा था कि अफसरों से इस बारे में जानकारी मांगी गई है। निशांत ने कहा था कि अब इन सब चीजों पर अमल किया जाएगा।

हिंदी पर है अच्छी कमांड: निशांत ने अपनी पढ़ाई के साथ नौकरी करना भी शुरू कर दिया था। निशांत ने अपनी 12वीं और ग्रेजुएशन की परीक्षाओं के दौरान भी नौकरी नहीं छोड़ी थी और वह बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे। उनकी सारी पढ़ाई हिंदी मीडियम से ही हुई थी और इसलिए उनकी हिंदी पर भी अच्छी पकड़ थी। ऐसे में उन्होंने हिंदी को ही अच्छा करने पर ध्यान दिया था और आगे यूपीएससी की परीक्षा के लिए भी हिंदी को ही चुना था।