UPSC के लिए हर साल लाखों कैंडिडेट्स एग्जाम देते हैं, लेकिन कुछ लोगों को सफलता हासिल नहीं हो पाती है। अनुज मलिक की कहानी उन सभी कैंडिडेट्स के लिए एक मिसाल हो सकती है। अनुज मलिक आज भले ही आईएएस अधिकारी हैं, लेकिन उनका संघर्ष भी कम नहीं था। अनुज मलिक का परिवार दिल्ली के लाजपत नगर में रहता है और उनके माता-पिता दोनों सरकारी नौकरी में हैं।
अनुज मलिक बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं। अनुज ने एयरफोर्स बाल भारती स्कूल से पढ़ाई की है। वह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थीं। यही वजह थी कि उन्होंनेD 12वीं के बाद इंजीनियरिंग की। ग्रेजुएशन के दौरान ही अनुज मलिका ने पूरी दिल लगाकर यूपीएससी के लिए मेहनत शुरू कर दी थी। उन्हें ये अच्छी तरह मालूम था कि इस परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत चाहिए होगी और ये आराम से क्लियर नहीं हो पाएगी।
मां की सलाह से क्लियर की यूपीएससी: अनुज मलिक ने बिना किसी कोचिंग के पढ़ाई की। करीब एक साल की मेहनत में उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन एग्जाम में सफलता हासिल कर ली। अनुज मलिक ने तैयारी के दौरान मनोविज्ञान विषय चुना था और उन्हें किसी ने ये बता दिया था कि इस विषय से कैंडिडेट्स का चयन बहुत कम होता है। वह इसको लेकर काफी चिंतित हो गई थीं, लेकिन उन्होंने फैसला कर लिया था कि वह जरूर इसमें कामयाबी हासिल करेंगी।
इसके अलावा अनुज मलिक की मां ने भी उनका बहुत साथ दिया था। अनुज की मां ने उन्हें कहा था कि उन्हें मनोविज्ञान के साथ ही ये परीक्षा देनी चाहिए क्योंकि ये उनका पहला प्रयास है और इसमें इतना सोचना नहीं चाहिए। उन्होंने अपनी मां की बात मानी और UPSC 2016 में 16वीं रैंक प्राप्त की थी। अनुज मलिक को उत्तर प्रदेश कैडर मिला था और अभी वह खजनी की जॉइंट कमिश्नर और एसडीएम हैं। अनुज की पिछले दिनों तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई थीं। ये तस्वीरें लॉकडाउन के दौरान की थीं। इनमें वह प्रवासी मजदूरों को चप्पल मुहैया करवा रही थीं।