UPSC परीक्षा में सफलता हासिल करना हर पढ़े-लिखे युवा का सपना होता है। लेकिन कई बार सफलता नहीं मिलने के कारण कई कैंडिडेट्स परेशान हो जाते हैं। हम आपको राजस्थान की दबंग पुलिस अधिकारी अमृता दुहन की कहानी बताएंगे। आज भले ही अमृता दुहन IPS अधिकारी बन गई हों, लेकिन उनके लिए यहां तक पहुंचना बिल्कुल भी आसान नहीं था। क्योंकि जब पहली बार उन्होंने यूपीएससी एग्जाम देने का फैसला किया तो उनका बेटा हो चुका था।

हरियाणा के रोहतक की रहने वाली अमृता ने एमबीबीएस करने के बाद पैथोलॉजी में एमडी की थी। इसके बाद उन्होंने बीपीएस मेडिकल कॉलेज फॉर वुमन में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी शुरू कर दी थी। इस दौरान परिवार ने उनकी शादी करने का फैसला किया था। शादी के बाद उन्हें एक बेटा हुआ, जिसका नाम ‘समर’ रखा। लेकिन उनका सपना तो बचपन से ही IPS अधिकारी बनने का था।

छुट्टी पर बेटे के साथ बिताती थीं समय: अमृता दुहन ने यूपीएससी एग्जाम में बैठने का फैसला किया और उनका ये फैसला सभी के लिए हैरान कर देने वाला था। क्योंकि तब तक उन्हें अच्छी खासी नौकरी मिल गई थी और उनका परिवार भी काफी खुश था। इस बीच उनके छोटे भाई ने यूपीएससी क्लियर कर ली और उसने अमृता को भी अपना सपना पूरा करने के लिए प्रेरित किया। अमृता ने काम वाले दिनों में तैयारी शुरू कर दी और वह छुट्टी वाले दोनों दिन अपने बेटे को देते थे।

आखिरकार 2016 में वो पल आ ही गया जिसका परिवार बेसब्री से इंतजार कर रहा था। अमृता ने यूपीएससी जैसे एग्जाम में सफलता हासिल कर ली थी। उनकी कामयाबी मेहनत और लगन की मिसाल है। इसके बाद की राह भी उनके लिए आसन नहीं थी क्योंकि उन्होंने 33 साल की उम्र में अपनी ट्रेनिंग शुरू की थी। इस दौरान वह फिजिकल एक्टिविटी भी नहीं करती थी। यही वजह थी कि ट्रेनिंग के दौरान उन्हें कई बार चोट भी लगी। अभी वह डीसीपी ट्रैफिक, जयपुर के पद पर अपनी सेवाएं दे रही हैं।