अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा पंजशीर घाटी को छोड़कर बाकी सभी जगह हो चुका है। इस कब्जे के साथ ही उन सभी हथियारों, लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों को भी उसने कैप्चर कर लिया है जो अफगानिस्तान की सरकार के पास थे। इनमें वो अमेरिकी हथियारों का जखीरा भी शामिल है जो अफगानिस्तान में सरकार की मदद के लिए मौजूद था।

ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर, दुनिया के खतरनाक लड़ाकू हेलीकॉप्टर्स में से एक है। अफगानिस्तान में मौजूद इस हेलीकॉप्टर पर भी अब तालिबान के लड़ाके ने कब्जा जमा लिया है। अब 2,00,000 हथियार, 20,000 बख्तरबंद वाहन और सैकड़ों विमानों तक तालिबान की पहुंच होने की आशंका है। इन्हें अमेरिका ने अफगान सेना को दान में दिए थे।

यह आशंका तब और मजबूत हो गई, जब तालिबान लड़ाके द्वारा एक अमेरिकी ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर उड़ाने की कोशिश करने हुए एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि पूरी हवाई पट्टी पर ही तालिबान लड़ाकों का कब्जा है, जहां ये हेलीकॉप्टर मौजूद था।

पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने स्वीकार किया कि अमेरिका के पास इस बात की ‘स्पष्ट तस्वीर’ नहीं है कि 83 अरब डॉलर का सैन्य हथियार और सामान, अब कितना दुश्मन के हाथ लग चुका है।

इससे सबंधित कई रिपोर्ट्स ने चिंताजनक आंकड़े साझा किए हैं, जिनमें 2003 और 2016 के बीच अफगान बलों को दिए गए 22000 बख्तरबंद वाहन भी शामिल हैं। तालिबान लड़ाकों को इन वाहनों पर सवार होते हुए देखा गया है।

अफगान सेना को अमेरिका द्वारा दिए गए हथियार और अन्य उपकरण अब तालिबान के हाथों में होने की संभावना है। इसमें 50,000 सामरिक वाहन, 1,000 माइन प्रतिरोधी वाहन और 150 बख्तरबंद कर्मियों के वाहन भी शामिल हैं। इस सूची में 160 से अधिक विमान और हेलीकॉप्टर शामिल हैं, जिनमें चार सी-130 परिवहन विमान, 23 ए-29 सुपर टूकानो टर्बोप्रॉप लड़ाकू विमान, 45 यूएच-60 ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर और 50 एमडी-530 हेलिकॉप्टर शामिल है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्पष्ट नहीं है कि तालिबान के पास कोई है भी, जो इन्हें उड़ाने में सक्षम हो। क्योंकि बुधवार को जो वीडियो सामने आया है उसमें मजे के लिए एक लड़ाका इस हेलीकॉप्टर को उड़ाते देखा जा सकता है। अमेरिका ने अफगान सेना को कम से कम 200,000 हथियारों को दान दिया था। जिसमें M24 स्नाइपर राइफल, M18 हथियार, टैंक रोधी मिसाइल, स्वचालित ग्रेनेड लांचर, मोर्टार और रॉकेट चालित हथगोले शामिल हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार, 2007 और 2016 के बीच, अमेरिका ने अफगान सुरक्षा बलों को 110 हेलीकॉप्टर और 60 परिवहन कार्गो हवाई जहाज दिए थे। माना जाता है कि अफगान सैन्य अधिकारियों ने तालिबान के पतन के दिनों में अमेरिका द्वारा दिए गए लगभग 40 अलग-अलग विमानों में देश छोड़ दिया है।

सात ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर पिछले महीने के अंत में ही अफगानिस्तान पहुंचे थे और उनमें से कुछ अब तालिबान के हाथों में हो सकते हैं। ट्विटर पर अपलोड की गई एक मिनट की क्लिप में 6 मिलियन डॉलर के ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर को दिखाया गया है, जिसे अफगान सुरक्षा बलों से छीने जाने के रूप में वर्णित किया गया है।

दो आदमी हेलिकॉप्टर को उस क्षेत्र का एक लूप पूरा करते हुए देखते हैं, जिसे कंधार हवाई क्षेत्र माना जाता है। वीडियो में दो कारें भी दिखाई दे रही हैं।

वीडियो के साथ पोस्ट में लिखा है- “तालिबान ने कब्जा किए हुए अफगान UH-60 का परीक्षण किया। हेलीकॉप्टर किसी भी समय जमीन पर नहीं उतरा”। यह स्पष्ट नहीं है कि क्या UH-60 वही है, जिसे तालिबान ने 14 अगस्त को जब्त किया था।

व्हाइट हाउस ने तालिबान का सफाया करने के लिए आवश्यक हथियारों और उपकरणों के साथ अफगान सेना पर अरबों डॉलर खर्च किए हैं, लेकिन अफगान सेना के पतन के बाद, अमेरिकी निवेश अब विद्रोहियों के हाथों में लगने की आशंका है।