मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को टैग करते हुए एक ट्वीट में शिकायत की है कि असम पुलिस और वनकर्मी मेघालय में घुसे और बिना उकसावे के गोलीबारी करनी शुरू कर दी।

संगमा की पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी पार्टी है। संगमा ने जनता से राज्य में शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है।वेस्ट कार्बी आंगलोंग के पुलिस अधीक्षक इमदाद अली ने बताया कि ट्रक को मेघालय सीमा पर असम वन विभाग के एक दल ने तड़के करीब तीन बजे मुकरु इलाके में रोका।

वह अवैध रूप से लकड़ियां लेकर वेस्ट जैंतिया हिल्स जिले में जा रहा था। उन्होंने बताया कि ट्रक के न रुकने पर वन विभाग के कर्मियों ने उस पर गोलियां चलाई और उसका टायर पंचर कर दिया। उन्होंने बताया कि चालक, उसका एक सहायक और एक अन्य व्यक्ति को बाकी पेज 8 पर पकड़ लिया गया, जबकि एक अन्य व्यक्ति वहां से भाग निकला। अली ने बताया कि वन विभाग के कर्मियों ने घटना की जानकारी जिरिकेंडिंग थाने के अधिकारियों को दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।

इसके बाद सुबह करीब पांच बजे मौके पर ‘खंजर’ तथा अन्य हथियार लेकर मेघालय के लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और गिरफ्तार किए लोगों की रिहाई की मांग करने लगी। भीड़ ने वन विभाग के कर्मियों और पुलिस को घेर लिया तथा उन पर हमला किया जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को गोलियां चलानी पड़ी।

पुलिस अधीक्षक अली ने कहा कि घटना में वन विभाग के एक होम गार्ड और मेघालय से खासी समुदाय के तीन लोगों की मौत हो गई। स्थिति अब नियंत्रण में है। वन कर्मी विद्यासिंग लेखटे की मौत कैसे हुई, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। संगमा ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा भी की। उन्होंने ट्वीट किया कि आज मंत्रिमंडल की बैठक होगी और इस घटना के संबंध में सरकार की आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। इस बीच, यहां एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मेघालय की सीमा से लगते सभी जिलों को सतर्क कर दिया गया है और वहां पुलिस को चौकन्ना रहने के लिए कहा गया है।