महिलाओं संग बढ़ती यौन उत्पीड़न की घटनाओं पर छिड़ी बहस के बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें बड़ी तादाद में लड़कियों को हनीमून वाली दूल्हन के रूप में इस्तेमाल करने की बात सामने आई है। इनाडु इंडिया वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर में एक रिपोर्ट के हवाले से दावा है कि तीस हजार लड़कियों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी सामने आ चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा शिकार पंजाबी लड़कियां हुई हैं। जिनसे तमाम एनआरआई ने शादी की और कुछ वर्षों बाद ही छोड़ दिया। पीड़ित लड़कियों ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा से मदद की गुहार लगाई है।

नौ साल पहले एक पंजाबी लड़की ने एनआरआई से शादी की थी, जिसे बाद में पति ने छोड़ दिया। उसने अपने साथ धोखाधड़ी की दास्तां सुनाते हुए कहा-विवाहित जीवन के बाद जब पति विदेश गए तो उन्होंने मुझे मेरे हाल पर छोड़ दिया। महिला ने कहा कि इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार सिर्फ वह ही नहीं बल्कि तमाम महिलाएं हैं। महिला ने आरोप लगाया कि सरकार के संज्ञान में तमाम शिकायतें हैं फिर भी उचित कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे धोखे की शिकार महिलाएं दयनीय हालत जीने को मजबूर हैं।दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी ने एनआरआई पतियों की धोखाधड़ी की शिकार महिलाओं की मदद का भरोसा दिया है।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी ने एक एडवाइजरी सभी गुरुद्वारा कमेटियों के लिए जारी करने की बात कही है। ताकि एनआरआई पतियों के वेरीफिकेशन की व्यवस्था हो सके। कमेटी के एक मेंबर ने कहा-शिकायतों के संज्ञान में आने के बाद भी न तो आरोपियों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर और न ही किसी तरह की अन्य कार्रवाई की गई है। जो कि केंद्र और राज्य की एजेंसियों की बीच तालमेल की कमी दर्शाता है।