Pune Crime News: पुणे महानगर परिवाहन महामंडल लिमिटेड (PMPMPL) में काम करने वाले एक 56 साल के ड्राइवर की उसके दो दोस्तों ने कथित तौर पर हत्या कर दी। क्योंकि ड्राइवर ने उनमें से एक को उधार दिए अपने 10 हजार रुपये की मांग करना शुरू कर दिया था। पुलिस के मुताबिक, जम्भुलवाड़ी के 28 वर्षीय सोमनाथ कुंभार और 19 वर्षीय रोहित पाटेकर के रूप में पहचाने गए दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
ड्राइवर के बेटे ने शव ठिकाने लगा रहे दोस्तों को रंगे हाथों पकड़ लिया, पत्नी ने देखा था खून
पुलिस ने बताया कि यह संगीन वारदात 15-16 सितंबर की मध्यरात्रि को हुआ और ड्राइवर के बेटे वैभव दिवेकर ने भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि कत्ल के बाद जब दोनों आरोपी दोस्त उसके शव को ठिकाने लगा रहे थे तो ड्राइवर के बेटे ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू दी है।
आरोपी कुंभार की मां के इलाज के लिए उधार दिए 10 हजार वापस मांग रहा था ड्राइवर दिवेकर
हत्या के मामले की जांच कर रही पुलिस टीम ने बताया कि अंबेगांव खुर्द के जंभुलवाड़ी में एक अपार्टमेंट में दिवेकर अपने परिवार के साथ रहते थे। वहीं परिसर के पास एक टिन शेड में कुंभार रहते थे। दोनों के परिवार एक-दूसरे को जानते थे। दिवेकर ने कुछ महीने पहले कुंभार को अपनी मां के इलाज के लिए 10,000 रुपये उधार दिए थे। इलाज के दौरान कुंभार की मां की मौत हो गई। दिवेकर इसके कुछ दिनों बाद कुंभार से अपने पैसे वापस मांग रहा था।
पुलिस ने बताई वारदात से जुड़ी पूरी बात, दोस्तों ने शराब पिलाकर और पीट-पीटकर दिवेकर को मारा
भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक विनायक गायकवाड़ ने कहा, “शुक्रवार रात करीब 10 बजे दिवेकर कुंभार के शेड में गया था। उसका बेटा वैभव उसे रात के खाने के लिए बुलाने गया। तब उसने दिवेकर को कुंभार और रोहित पाटेकर के साथ बैठकर शराब पीते देखा।” गायकवाड़ ने कहा, “सुबह दिवेकर की पत्नी ने देखा कि वह घर वापस नहीं आया है। लगभग 4 बजे, वह दिवेकर को उसकी सुबह 5 बजे शुरू होने वाली ड्राइविंग शिफ्ट के लिए जगाने के लिए कुंभार के शेड में गई। इससे पहले कि वह दरवाजा खटखटाती उसने देखा कि दरवाजे पर कुछ खून था। वह घबरा गई और वापस घर भागी और वहां अपने बेटे को जगाया।”
पिता की लराश ठिकाने लगा रहे आरोपियों को वैभव ने रंगे हाथ पकड़ा, जान बचाकर भागना पड़ा
पुलिस ने बताया कि वैभव पडोसी कुंभार के घर पहुंचा और जैसे ही अंदर गया तो उसने देखा कि उसके पिता बिस्तर के पास जमीन पर पड़े हुए थे और गर्दन सहित उनके शरीर पर कई जगहों पर कई चोटें थीं। वैभव ने अपनी शिकायत में कहा, “उसके पिता के पैर बेडशीट से बंधे हुए थे और पाटेकर बेडशीट को उनके पूरे शरीर पर लपेटने की कोशिश कर रहा था, जबकि कुंभार फर्श की सफाई कर रहा था। कमरे के चारों ओर एक दरांती, एक ब्लोअर और लकड़ी के पट्टे पड़े हुए थे।”
वैभव ने आगे कहा, “जब मैंने कुंभार से पूछा कि क्या हुआ था तो उसने मुझसे कहा,’तुम्हारा बाप पैसे मांग रहा था। इसलिए मैंने उसे पैसे लेने के लिए भगवान के पास भेज दिया।’ वैभव ने बताया कि फिर उन दोनों ने उस पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन वह शेड से बाहर भागकर तेजी से पुलिस चौकी की ओर गया।
वैभव के साथ पहुंची पुलिस को देखकर आरोपियों ने की टिन की छत उठाकर भागने की कोशिश
पुलिस ने कहा कि जब वे वैभव के साथ मौके पर पहुंचे तो दोनों आरोपियों ने टिन की छत उठाकर भागने की कोशिश की लेकिन आखिरकार पकड़े गए। पुलिस ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अदालत में पेश करने के बाद उन दोनों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। उन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302, 34, 352, 504 और 506 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।