Ghazibad News: गाजियाबाद में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मकान मालिक ने अपने किराएदार की निर्मम हत्या सिर्फ इसलिए कर दी ताकि उसे पैसे न लौटाने पड़े। वहीं, किसी को हत्या का शक न हो इसलिए शव के 4 टुकड़े कर उसे नहर में फेंक दिया।

Phd Student की मकान मालिक ने की हत्या

एक 35 वर्षीय व्यक्ति को बुधवार को गाजियाबाद के मोदीनगर से अपने किराएदार की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया। शख्स ने 6 अक्टूबर 2022 को एक पीएचडी छात्र जो कि उसका किराएदार था की तौलिया से गला घोंटने की बात स्वीकार की। उमेश शर्मा ने मर्डर के बाद अपने किराएदार अंकित (40) के शरीर को पेड़ों की छंटाई करने वाली आरी से चार टुकड़ों में काट दिया। जिसके बाद उन्होंने गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर में गंगा नहर और डासना में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के पास एक वन क्षेत्र में शरीर के अंगों को बिखेर दिया।

अंकित के दोस्त ने पुलिस को 12 दिसंबर को बताया की उसका दोस्त दो महीने से गायब है। पुलिस ने जांच की पता चला कि मकान मालिक ने छात्र से बिजनेस करने के लिए 60 लाख रुपए उधार लिए। पैसा न देना पड़े, इसलिए उसको मार डाला। इतना ही नहीं, आरोपी ने छात्र की हत्या के बाद उसके खाते से 40 लाख रुपए भी ऑनलाइन निकाल लिए।

उधार न चुकाना पड़े इसलिए की हत्या

पुलिस की ओर से मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार अंकित खोखर जो कि पीएचडी का छात्र था उमेश नाम के शख्स के घर किराए पर रहता था। मकान मालिक उमेश ने पीएचडी छात्र अंकित से बिजनेस शुरु करने के नाम पर 60 लाख रुपये उधार लिए थे। आरोप है कि पैसे न लौटाने पड़े तो मकान मालिक उमेश ने पीएचडी छात्र का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसके शरीर के 4 टुकड़े कर उसक शव गंगानहर में फेंक दिया। मृतक के दोस्तों ने जब अपने पीएचडी दोस्त की गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज कराई तो इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने इस मामले में उमेश की पत्नी समेत 6 लोगों को हिरासत में लिया है।

Ankit के दोस्तों ने की पुलिस में शिकायत

एक महीने से अधिक समय तक अंकित खोलकर का कोई पता नहीं चलने पर उसके दोस्तों को चिंता हुई। उसका फोन हफ्तों तक बंद था। जब उन्हें मोदीनगर में उनके किराए के घर और बागपत में उनके गृहनगर में नहीं मिला, तो एक महीने बाद नवंबर में ‘अंकित सर्च’ नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया। हालांकि, कुछ ही दिनों में अंकित के नंबर से टेक्स्ट मैसेज दोस्तों के फोन पर आने लगे। लेकिन उसने कॉल का जवाब नहीं दिया, केवल टेक्स्ट किया।

अंकित के मकान मालिक उमेश शर्मा से मिलने के बाद संदेह बढ़ गया। आखिरकार 12 दिसंबर को दोस्तों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। बुधवार को उमेश (35) को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद उसने 6 अक्टूबर 2022 को गमछा (तौलिया) से छात्र का गला घोंटने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने कहा कि मोदीनगर के एक निजी अस्पताल में एक कंपाउंडर उमेश को अंकित के अकाउंट में 1.25 करोड़ रुपये देखकर लालच आ गया था, जिसे अंकित ने बागपत में अपनी पैतृक संपत्ति बेचने के बाद बैंक में जमा किया था।

बाद में उमेश ने अपने दोस्त प्रवेश शर्मा (32) को अंकित के बैंक खातों से पैसे निकालने के लिए शामिल किया। प्रवेश को भी बुधवार को एनसीआर से गिरफ्तार किया गया।