तमिलनाडु में पुलिस की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां पुलिस एक महिला के साथ हुई दरिंदगी पर शिकायत करने की जगह इधर-उधर की बात करती रही। पीड़िता ने पति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी को 20 जून को चार लोगों ने अगवा कर लिया था। इसके बाद उसके साथ गैंगरेप किया गया। पीड़िता अपने पति के साथ स्थानीय पुलिस स्टेशन गई थी, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई।
पीड़िता ने बताया कि वह अपने पति के साथ 19 जून को पलानी तीर्थ यात्रा पर गई थी। पति ने बताया कि 20 जून को जब वह खाने लाने के लिए कमरे से बाहर निकले तो उनपर हमला किया गया। पति ने आरोप लगाया कि तीन नकाबपोशों ने दंपति पर घात लगाकर हमला किया और महिला को खींचकर कमरे में ले गए। यहां महिला के साथ गैंगरेप किया गया। हालांकि पुलिस ने शुरुआत में मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
इंडिया टुडे के मुताबिक, पीड़िता के पति ने पुलिस को बताया था कि उन्हें यहां पकड़ लिया गया था, लेकिन वह किसी तरह निकलने में कामयाब हुए। वह यहां से निकल पुलिस स्टेशन पहुंचे। इस घटना के बाद पीड़िता का पति तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन पहुंची। लेकिन पलानी पुलिस की तरफ से उनकी कोई मदद नहीं की गई। पुलिस ने उसे बताया कि उसकी पत्नी सुबह खुद उसके घर पहुंच जाएगी।
मुख्यमंत्री से लगाई मदद की गुहार: पीड़िता के पति ने बताया कि इसके बाद वह दोबारा उस लॉज में गया जहां उसकी पत्नी पर हमला हुआ था। इसके बाद उस पर दोबारा हमला हुआ और उसे सड़क पर फेंक दिया गया। उसने कहा कि इसके बाद वह अपनी पत्नी से स्थानीय रेलवे स्टेशन के पास मिला। जब वह दोबारा अपनी पत्नी से मिला तो उसकी हालत बहुत खराब थी। यहां तक कि वह ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी। इसके बाद पीड़िता के पति ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मदद की गुहार लगाई। पीड़िता ने सीएम ऑफिस को अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया तो पुलिस भी एक्शन में आई।