उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक आईपीएस की पत्नी के रौब के आगे जिला पुलिस भी सरेंडर कर गई। मामला लाखों रुपए से जुड़े बिल का है। जिसका बिल पुलिस अधिकारी की पत्नी तय समय से ज्यादा वक्त बीत जाने के बावजूद नहीं चुका रही हैं। दरअसल, जिले के सेक्टर में सोम्या सिंह रहती हैं, जिनके पति 2010 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस हैं। लंबे वक्त से लटके भारी बिल का भुगतान न होने से परिशान व्यापारी ने पुलिस से गुहार लगाई लेकिन हुआ कुछ नहीं।
फर्नीचर शोरूम के मालिक हेमंत बिष्ट के मुताबिक, नोएडा सेक्टर-52 निवासी सोम्या सिंह के पति 2010 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस हैं। पिछले साल फरवरी में सौम्या सिंह ने उनके एक शोरूम से 22.89 लाख रुपए का घरेलू फर्नीचर खरीदा और 8.25 लाख रुपए देकर बकाया बाद में देने का आश्वासन दिया। लेकिन लंबा वक्त बीत गया।
काफी समय बीत जाने के बाद भी बकाया बिल नहीं मिला तो कारोबारी ने फोन पर संपर्क किया। लेकिन उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। तब उन्होंने थाना सेक्टर-24 में शिकायत की। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह अदालत पहुंचे। फर्नीचर कारोबारी की शिकायत पर अदालत के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के एक पुलिस अधिकारी की पत्नी के खिलाफ बकाया पैसे का भुगतान को लेकर एक मामला दर्ज कर लिया गया है। थाना सेक्टर-24 के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अदालत के आदेश पर सौम्या सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और उन पर लगाए आरोपों की जांच की जा रही है।
इसके अलावा, नोएडा पुलिस ने लोन देने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाली एक फर्जी कंपनी का पर्दाफाश किया है। साइबर सेल टीम और सेक्टर-20 कोतवाली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 33 आरोपियों को गिरफ्तार किया। एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि विगत कुछ समय से लोन के नाम पर ठगी की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। साइबर सेल द्वारा की गई जांच में पता चला कि लोन दिलवाने के नाम पर देश के विभिन्न राज्यों के लोगों से ठगी करने वाली कंपनी का कार्यालय नोएडा के सेक्टर-तीन में स्थित है।
