कचरा बीनने के दौरान धूप से बचने के लिए पास खड़ी कार में छुपना 12 साल के बच्चे की जान पर भारी पड़ा। कार के दरवाजे ऑटोमैटिक तरीके से बंद होने के कारण बच्चा उसमें फंस गया और दम घुटने से उसकी मौत हो गई। यह घटना महाराष्ट्र के अकोला जिले के आलेवाड़ी गांव में मंगलवार को हुई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कार किसी तकनीकी खामी के कारण दो साल से उपयोग में नहीं आ रहा है। कार मालिक ने उसे झाड़ियों में खड़ा कर रखा था।
उन्होंने बताया कि बच्चा तनेश बल्लाल अपनी दादी के साथ प्लास्टिक का कचरा बीनने आया था। अधिकारी ने बताया कि बच्चा धूप से बचने के लिए कार में घुस कर बैठ गया। तभी शायद दरवाजा बंद हो गया होगा।
बल्लाल की दादी पूरे दिन उसे खोजती रही, लेकिन वह नहीं मिला। रात को जब कार मालिक ने दरवाजा खोला तो बच्चा उसमें बेहोश पड़ा था। पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया है। अधिकारी ने मुताबिक, रात में जब कार के मालिक ने दरवाजा खोला तो उसने एक लड़के को अंदर पाया, जिसकी सांसे थम चुकी थीं। यह मामला शहर के नजदीकी दहीहड़ा पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जानकारी के लिए आपको बता दें अकोला महाराष्ट्र के विदर्भ का सबसे गर्म क्षेत्र है जहां पर भीषण गर्मी पड़ती है। पिछले कई दिनों से अकोला शहर का पारा 48 डिग्री तक गया है। जहां दोपहर में आग उगलने वाली धूप होती है।
भाषा के इनपुट के साथ।
