Hyderabad Crime News: हैदराबाद (Hyderabad) की एक यूनिवर्सिटी (University) में वरिष्ठ प्रोफेसर (Senior Professor) को साइबराबाद पुलिस (Cyberabad Police) ने एक विदेशी छात्रा के यौन उत्पीड़न (Suxual Harrasement) और अपमान (Insult) के आरोप में गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है।
ये मामला शनिवार (3 दिसंबर) का है जब पुलिस (Police) ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में इस गिरफ्तारी की पुष्टि की। इस मामले के बाद भारी संख्या में विश्वविद्यालय की छात्राओं ने सुरक्षा (Security) की मांग करते हुए कैंपस के मेन गेट पर प्रदर्शन (Protest) भी किया। शनिवार की दोपहर विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए बयान में विश्वविद्यालय ने इस घटना की निंदा की और कहा कि प्रोफेसर को “तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।”
Thailand Student को नहीं आती Hindi या English
जिस छात्रा के साथ ये वारदात हुई है वो थाइलैंड की रहने वाली है है और उसे हिन्दी या अंग्रेजी भाषा की ज्यादा समझ नहीं है वो सिर्फ अपनी मूल भाषा ही जानती है। इस छात्रा को कथित तौर पर शुक्रवार देर शाम विश्वविद्यालय परिसर के आसपास के क्षेत्र में प्रोफेसर के आवास पर बुलाया गया था, क्योंकि प्रोफेसर ने एक किताब साझा करने पर जोर दिया था।
पीड़ित छात्रा ने बताया कि जब वो प्रोफेसर के घर गई तो वह घर पर बिलकुल अकेला था। प्रोफेसर ने पीड़ित छात्रा के घर पहुंचने पर उससे शराब पीने को कहा और स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश की। पुलिस कमिश्नर शिल्पावल्ली ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि छात्रा ने विश्वविद्यालय के एक अन्य प्रोफेसर की मदद से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
Professor पर धारा 354 और 354ए के तहत मामला दर्ज
DCP ने बताया कि छात्रा को उसकी मूल भाषा के सिवा दूसरी भाषा नहीं आती थी। जिसके बाद मामले की जांच करने गई पुलिस टीम ने प्रोफेसर पर धारा 354 और 354 ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है। प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे जूडीशियल कस्टडी के लिए भेजा गया है।
इस बीच, विश्वविद्यालय छात्र संघ ने एक बयान जारी कर इस घटना की निंदा की है और आरोप लगाया है कि उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया था। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह यौन उत्पीड़न का मामला नहीं था।
छात्र संघ ने कहा Registrar ने सभी कॉल की अनदेखी की
छात्र संघ ने कहा, “हम इस मुद्दे से निपटने में प्रशासन की उदासीनता और जानबूझकर इस मामले पर कड़ी कार्रवाई नहीं करने पर हम इसकी निंदा करते हैं।” संघ ने आगे कहा, “मुद्दे की गंभीरता के बावजूद, रजिस्ट्रार ने सभी कॉलों को अनदेखा किया और अपने घर पर शांति से सोना पसंद किया, जबकि छात्र समुदाय पूरी रात छात्र के समर्थन में इकट्ठा रहा। संबंधित अधिकारियों द्वारा जानबूझ कर देरी की गई और जिम्मेदारियां सौंपी गईं।”