दिल्ली में कंझावला केस जैसी एक और वारदात की सनसनीखेज खबर सामने आई है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात एक टैक्सी ड्राइवर की उस समय हत्या कर दी गई, जब उसकी कार लूटने वाले लोगों के एक गिरोह ने कार उसे ठोकर मारा और घायल हालत में उसे 200 मीटर तक सड़क पर घसीटा। इस घटना में टैक्सी ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात 11.30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट के पास नेशनल हाईवे-8 पर एक व्यक्ति का शव खून से लथपथ पड़ा मिला था।
फरीदाबाद निवासी 43 वर्षीय बिजेंद्र के रूप में हुई मृतक टैक्सी ड्राइवर की पहचान
पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान फरीदाबाद निवासी 43 वर्षीय बिजेंद्र के रूप में हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, बिजेंद्र महिपालपुर इलाके में अपनी टैक्सी चला रहे थे। उसी दौरान लुटेरों के एक गिरोह ने उनकी गाड़ी लूटने की कोशिश की। ड्राइवर क काबू करने के बाद लुटरों ने टैक्सी कार लेकर भागने का प्रयास किया। ड्राइवर ने जैसे ही हमलावरों को रोकने की कोशिश की, उन्होंने टैक्सी से उसे टक्कर मार दी और फिर उसे 200 मीटर से अधिक दूर तक सड़क पर घसीटते हुए ले गए।
महिपालपुर पुलिस ने अज्ञात लुटेरों-हत्यारों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर तेज की जांच
पुलिस ने बताया कि सिर में गंभीर चोट लगने और घसीटे जाने से टैक्सी ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने अज्ञात लुटेरों-हत्यारों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश तेज कर दी है। पुलिस ने इस मामले में सड़क के किनारे लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखने के अलावा आसपास के लोगों से पूछताछ के साथ मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि टैक्सी ड्राइवर के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाने वाला है।
दिल्ली के कंझावला इलाके में कार से 13 किलोमीटर तक घसीटी गई थी लड़की, 7 आरोपी गिरफ्तार
इससे पहले फरवरी महीने में उत्तर प्रदेश में एक छह साल के बच्चे की ट्रक के नीचे दो किलोमीटर से अधिक समय तक घसीटे जाने से मौत हो गई थी। वहीं, नए साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली के कंझावला इलाके में एक 20 वर्षीय युवती को अपनी एसयूवी से टक्कर मारने और उसे 13 किलोमीटर से अधिक समय तक घसीटने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
सीसीटीवी वीडियो में उसका शव कार के नीचे लटकता और घिसटता हुआ दिखाई दे रहा था। उसे अपनी कार से गिराने और हटाने के लिए आरोपियों ने काफी देर तक कार को इधर-उधर घुमाया था। वहीं, पिछले साल भी देशभर से इसी तरह पीड़ितों को गाड़ियों से घसीटने की कई घटना सामने आई थी।