महाराष्ट्र के मुंबई में आर्थिक अपराध इकाई ने बुजुर्ग माता-पिता सहित बेटी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इनलोगों ने छह साल में पैसे दोगुने करने का लालच देकर करीब 1700 निवेशकों से 20 करोड़ की ठगी की। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें 68 वर्षीय रमेश भट्ट, 65 वर्षीय योगिता भट्ट और 39 वर्षीय उनकी बेटी भूमिका मोहीरे शामिल है। तीनों को आर्थिक अपराध इकाई द्वारा शुक्रवार (18 जनवरी) को गिरफ्तार किया गया था। तीनों आरोपी महीम पोस्ट ऑफिस के रजिस्टर्ड एजेंट्स थे। कथिततौर पर तीनों ने एक योजना में निवेश के नाम पर 1700 जमाकर्ताओं से करीब 20 करोड़ की ठगी की। सभी जमाकर्ताओं को उनके पैसों पर 6 साल में 102 प्रतिशत ब्याज देने की बात कही गई थी।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2000 तक एक निजी कंपनी के साथ काम करने के बाद रमेश एक रजिस्टर्ड डाक एजेंट बन गए थे। एक पुलिस ऑफिसर ने खुलासा किया कि वरिष्ठ नागरिक ने घर-घर जाकर लोगों को अपने इस योजना के बारे में बताया और खुद उनसे बात कर प्रभावित किया। फॉर्म पर हस्ताक्षर करवाने से लेकर पैसे जमा करने तक का काम भट्ट ने खुद किया। भट्ट लोगों को समझाने और प्रभावित करने की कला में माहिर थे, इसलिए उन्होंने आसानी से लोगों से पैसे ले लिए।
भट्ट के झांसे में आकर आशा मंडलिक नाम की एक महिला ने वर्ष 2009 में उन्हें 26 लाख रुपये दिए। एक बैंक मैनेजर से भट्ट ने 38 लाख रुपये ले लिए। इसी तरह आरोपियों ने कई लोगों से पैसे लिए और लेकिन उन पैसों को निवेशकों के खाते में जमा नहीं किया गया। वक्त पर पैसे नहीं मिलने पर कुछ निवेशकों को संदेह हुआ। वे पोस्टऑफिस पहुंचे और पूरे मामले की जांच की।
निवेशकों द्वारा पोस्टऑफिस में पूछे जाने पर यह खुलासा कि उनके खाते में पैसा जमा ही नहीं किया गया। इसके बाद पीडि़त लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस विभाग से की। मामला आर्थिक इकाई को सौंपा गया। आर्थिक इकाई ने इस मामले में माता-पिता और उनकी बेटी तीनों को गिरफ्तार कर लिया।