गुजरात के मुद्रा पोर्ट पर तीन हजार किलोग्राम हेरोइन पकड़े जाने के बाद एक बार फिर से ड्रग्स तस्करों और उसके माफिया की कहानी सामने आ रही है। इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स की तस्करी आज की तारीख में कौन सा माफिया ग्रुप कर रहा है, ये तो अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन इतिहास में सिर्फ एक ही ऐसा शख्स था, जो इतनी बड़ी खेप की ड्रग्स को एक साथ तस्करी कर सकता था। नाम था पाब्लो एस्कोबार (Pablo Escobar)।
पाब्लो एस्कोबार को किंग ऑफ कोकीन (King of Cocaine) भी कहा जाता था। ये अपने दौर का एकमात्र ऐसा तस्कर था, जिसने तस्करी के लिए खुद के हवाई जहाज रख रखे थे। एक बार में करोड़ों रुपये के ड्रग्स की तस्करी करता था। ड्रग्स तस्करी की दुनिया में कई लोग आए और गए, लेकिन पाब्लो जैसा मुकाम किसी ने नहीं पाया। ये ड्रग्स से एक सप्ताह में 420 मिलियन डॉलर की कमाई करता था। लाखों रुपये के नोट चूहे कुतर जाते थे।
1975 के पाब्लो ने तस्करी का धंधा बढ़ाना शुरू किया था। इसके लिए उसने विमान भी खरीदे थे। ये विमान मुख्य रूप से कोलंबिया और पनामा के बीच उड़ते थे। कोकीन का धंधा बढ़ा तो दुनियाभर में तेज डिलीवरी के लिए पाब्लो ने 15 हवाई जहाज खरीदे। इनमें एक लियरजेट और छह हेलीकॉप्टर भी शामिल थे। एक समय में पाब्लो का मेडेलिन कार्टेल अमेरिका में 80 प्रतिशत ड्रग्स की तस्करी करता था।
हवाई जहाज के जरिए 1977 में पहली बार ड्रग्स की सप्लाई की गई थी, इसमें 250 किलोग्राम कोकीन था। तब इसकी कीमत 15 मिलियन डॉलर थी। धीरे-धीरे एक बार में 500 किलोग्राम तक का माल ले जाया जाने लगा। एस्कोबार के भाई रॉबर्टो ने अपनी किताब ‘द अकाउंटेंट्स स्टोरी’ में लिखा है ड्रग्स उतारने और उसे बनाने के लिए वेनेजुअला बॉर्डर के पास एक गुप्त हवाई पट्टी बनाई गई थी। जहाज जैसे ही उतरने के सिग्नल देता, वहां बने घर खिसका दिए जाते थे और एक हवाई पट्टी दिखने लगती थी। विमान जब यहां से माल उतार कर चला जाता था तो सभी घर अपने पोजिशन पर आ जाते थे।
बाद में जब पुलिस की निगरानी बढ़ी तो विमानों के जरिए ड्रग्स की तस्करी की जाने लगी। कहा जाता है कि विमानों के पहियो में ड्रग्स भरकर ये गैंग तस्करी करने लगा था। ABS-CBN के अनुसार इस काम के लिए पायलट को एक बार में 4 लाख डॉलर मिलते थे। सोचिए सिर्फ पायलट को जब इतना मिलता था, तो वो कितना कमाता होगा।
पाब्लो एस्कोबार के पास उस दौर में इतना पैसा था कि वो तब दुनिया के दस अमीर लोगों में से एक था। उस दौर में पाब्लो के पास 25 बिलियन डॉलर की संपति थी। उसके पास इतने पैसे थे कि उसने कोलंबिया सरकार का सारा कर्जा लगभग 10 बिलियन डॉलर चुकाने का ऑफर दे दिया था। बदले में वो चाहता था कि किसी भी प्रत्यर्पण संधि से उसे छूट दी जाए।
पॉब्लो पर 4000 हजार लोगों की हत्या का आरोप था। इसका काम करने का सीधा फंडा था, पैसे लो या गोली खाओ। मतलब हमसे मिलकर काम करो या फिर मार दिए जाओगे।