शीना बोरा हत्याकांड मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है। इस मामले में शीना बोरा के अवशेषों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सीबीआई ने विशेष सीबीआई अदालत को बताया कि उन्हें शीना बोला की हड्डियां मिल गई हैं। कुछ दिनों पहले कंकाल के हिस्सों के अज्ञात होने की रिपोर्ट सामने आई थी। इस मामले में सुनवाई के दौरान मामले की फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. ज़ेबा खान उस समय गवाह के कठघरे में थीं। कठघरे में उनसे पूछताछ से पहले, विशेष सीबीआई न्यायाधीश एसपी नाइक निंबालकर ने बताया कि खान का भाई होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने एक ईमेल और एक हार्ड कॉपी भेजी थी।

क्या है पूरा मामला?

शीना बोरा हत्याकांड मामले में पिछले दिनों सामने आया कि उसके कंकाल गायब हो गए हैं। इस मामले की सुनवाई के दौरान वकील ने बताया है कि ये अवशेष असल में सीबीआई के कार्यालय में हैं। इस मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में बताया गया कि इस ईमेल के जरिए जानकारी मिली है। यह आरोप भी लगाया गया था कि मामले से जुड़े एक गवाह ने अचानक कई गुणा ज्यादा संपत्ति बना ली है। इससे पहले 24 अप्रैल को मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि शीना बोरा के अवशेष लापता हैं।

पिछली सुनवाई में क्या कहा गया

24 अप्रैल को हुई सुनवाई में कहा गया कि शीना बोरा के अवशेष लापता हो गए हैं। इस मामले को कोर्ट के सामने रखा गया। इस शिकायत को देखते हुए, न्यायाधीश ने माना था कि आरोप गंभीर हैं और उनकी जांच की जानी चाहिए. आरोपी इंद्राणी मुखर्जी का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता रंजीत सांगले, पीटर मुखर्जी का प्रतिनिधित्व करने वाली अधिवक्ता मंजुला राव और संजीव खन्ना का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता श्रेयांश मिठारे ने तुरंत सहमति जताई और आगे की कार्रवाई से पहले आरोपों की जांच की मांग की। अब सरकारी वकील सी जे नंदोडे ने पीटीआई को बताया, “लेकिन इस बीच ‘मालखाना’ (स्टोर) की जांच करने के बाद वहां हड्डियां पड़ी हुई पाई गईं।” सरकारी पक्ष ने आगे कहा कि सीबीआई ने इन अवशेषों को सबूत के तौर पर नहीं माना है क्योंकि उनका चार्जशीट में उल्लेख नहीं किया गया था। इसके बाद कोर्ट ने फोरेंसिक विशेषज्ञ से फिर से बातचीत शुरू की है।

12 साल पहले हुई थी हत्या

शीना बोरा की 2012 में हत्या कर दी गई थी। सीबीआई का आरोप है कि शीना बोरा की 2012 में उसकी मां इंद्राणी मुखर्जी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्यामवर राय ने गला घोंटकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसके शव को कथित तौप पर पेन गांव ले जाया गया और जला दिया गया। इस मामले में पीटर मुखर्जी पर भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगा था।