एक नाबालिग लड़की का बलात्कार करने के आरोप में पुलिस ने 23 वर्षीय एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। घटना 17 सितंबर को सेंट्रल रेंज में हुई थी। 26 अक्टूबर को दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने भी एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें उसने आरोप लगाया था कि योगदत्त शर्मा नाम का एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने उसके साथ छेड़छाड़ की और अपने ऑटो में अपहरण करने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि उसने एक नाबालिग बालिका का कथित तौर पर बलात्कार किया था। मामले में उसके दो साथियों को भी पकड़ने के लिए पुलिस कई जगह छापा मार रही है।
डीयू की छात्रा की शिकायत पर हुआ गिरफ्तार : पुलिस ने बताया कि शर्मा ने लगभग 50 से ज्यादा लड़कियों से छेड़छाड़ की बात कबूल की है, हालांकि पुलिस को किसी भी मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है। उसके खिलाफ लूट के कई मामले दर्ज हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “21 अक्टूबर को डीयू की एक छात्रा ने शिकायत की थी कि वह एक मेट्रो स्टेशन की ओर जा रही थी, तभी एक ऑटो चालक ने उसे रोका और चलने के लिए पूछा। जब उसने मना किया तो ड्राइवर ने उसे ऑटो के अंदर खींचने की कोशिश की। इसके बाद उसने शोर मचाते हुए वहां से भागी। शोर सुनकर ऑटो ड्राइवर भी भाग निकला।”
Hindi News Today, 30 October 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
सीसीटीवी फुटेज से पकड़ा गया आरोपी : सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने शनिवार को आरोपी का पता लगाकर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, उसने खुलासा किया कि वह लगभग 50 लड़कियों से छेड़छाड़ की थी। पुलिस ने बलात्कार के अन्य मामलों में उसके शामिल होने की आशंका जताते हुए थाने में दर्ज केस डायरी का मिलान किया। पुलिस अन्य मामलों के बारे में पता करके उसके साथ ऑटो ड्राइवर के कनेक्शन का पता लगा रही है।
नाबालिग पीड़िता ने आरोपी को पहचाना : अधिकारी ने बताया, “नाबालिग लड़की को थाने में बुलाया गया और उसने आरोपी की पहचान भी की। आरोपी ने शुरुआत में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन आखिरकार उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने खुलासा किया कि लड़की शेयर्ड ऑटो में सवार थी। इसमें आरोपी चालक के सहयोगी भी सवारी के रूप में बैठे थे। इसके बाद आरोपी उसे सुनसान इलाके में ले गया और उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया। इससे डरी सहमी लड़की ने अपने माता-पिता को नहीं बताया। आरोपियों ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। बाद में उसने अपनी मां को बताया, जिसने पुलिस को सूचित किया।” पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया। वहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
