राजस्थान के अजमेर में एक तांत्रिक ने काला जादू करने को लेकर हुए विवाद में एक अन्य तांत्रिक की दस महीने पहले हत्या कर दी थी। उसकी लाश को उसने जंगल में फेंक दी थी। बाद में फारेस्ट विभाग के एक कर्मचारी को उसकी लाश दिखी तो उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने लाश को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोपी तांत्रिक भी गिरफ्तार हो गया है।
बहस करने पर हुई तकरार अजमेर में शनिवार को पुलिस ने तांत्रिक को गिरफ्तार किया तो पूरा सच खुलकर सामने आ गया। पूछताछ में उसने बताया कि दस महीने पहले उसी ने एक अन्य तांत्रिक को काला जादू करने को लेकर हुए मनमुटाव के बाद हत्या कर दी थी। उसका कहना है कि काला जादू के विवाद में दोनों लोग एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। इसी पर बहस हुआ तो तकरार बढ़ गई।
फारेस्ट विभाग के कर्मचारी ने देखी लाश आरोपी तांत्रिक का नाम बाबा सैयद हमीद उर्फ खू-बाबा है और वह कर्नाटक का रहने वाला है। उसने नई दिल्ली निवासी आजाद बाबा उर्फ विश्वास बाबा (50) को काला जादू के झगड़े में दस महीने पहले हत्या कर दी थी। लाश को उसने तारागढ़ घाटी में छिपा दी थी। 25 सितंबर को उसकी लाश फारेस्ट विभाग के एक कर्मचारी को मिली तो उसने पुलिस को सूचना दी।
आरोपी पकड़ा गया तो खुला राज पुलिस ने लाश को बरामद कर उसके बारे में पता लगाया तो आरोपी तांत्रिक का पता चला। वह राजस्थान के बीवर में छिपा हुआ था। पुलिस ने शनिवार को हमीद को गिरफ्तार कर लिया। उससे मामले मे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने तारागढ़ घाटी के पास रूठी रानी का महल से लाश बरामद कर ली। वह कंकाल में बदल चुकी थी।