कभी इंटरनेट की दिग्गज कंपनी रही याहू (Yahoo) को अमेरिका की दूरसंचार कंपनी वेराइजन खरीदने जा रही है। वेराइजन ने घोषणा की है कि यह डील 4.89 बिलियन डॉलर (करीब 33,574 करोड़ रुपए) में होगी। सोमवार को होने वाली यह डील दो साल में दूसरी बार है, जब अमेरिका की इस दिग्गज दूरसंचार कंपनी ने इंटरनेट से जुड़ी कंपनी को खरीदा हो। इससे पहले वेराइजन ने पिछले साल ही 4.4 अरब डॉलर में एओएल को खरीदा था।
वेराइजन याहू के एडवरटाइजिंग टूल का इस्तेमाल दुनिया में तेजी से बढ़ते इंटरनेट बिजनेस के लिए करेगा। वेराइजन के लिए सर्च इंजन, ई-मेल, मैसेंजर आदि भी मददगार साबित होंगे। दुनिया इंटरनेट की एबीसीडी सिखाने वाले याहू की शुरुआत 1994 में स्टेनफोर्ड कॉलेज स्टूडेंट जेरी येंग और डेविड फिलो ने की थी।
आपको बता दें लगभग 5 अरब में बिकी याहू ने 2008 में माइक्रोसॉफ्ट की 44 बिलियन डॉलर की डील ठुकरा दी थी। वर्तमान में गूगल, फेसबुक इंक, ऐमजॉन और अन्य नई कंपनियों से याहू को कड़ी टक्कर मिल रही थी और याहू इस प्रतिस्पर्धा में काफी पिछड़ गया था। वेराइजन ने बताया कि याहू के कोर इंटरनेट बिजनेस को खरीदने से उसे ग्लोबल मोबाइल मीडिया कंपनी बनने में मदद मिलेगी, क्योंकि इसपर हर महीने 1 अरब से भी ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं।
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खरीद प्रक्रिया संपन्न होने पर कंपनी महज 15 प्रतिशत हिस्सेदारी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड और 35.5 प्रतिशत हिस्सेदारी याहू जापान कारपोरेशन में बची है। याहू के 37 अरब डॉलर की मार्केट वेल्यू में इन्हीं दोनों का ज्यादातर हिस्सा बचा है।
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