वैश्विक आर्थिक मंचों पर और अधिक द्विपक्षीय व्यापार एवं बेहतर सहयोग का भरोसा जताते हुए अमेरिका ने रविवार (28 अगस्त) को कहा कि वह विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में नए साझा आधार ढूंढने के लिए भारत के साथ भागीदारी बढ़ाने को तैयार है। इसके साथ ही अमेरिका ने डब्ल्यूटीओ का भविष्य ‘उज्ज्वल’ बताया है। अमेरिका का यह बयान इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि डब्ल्यूटीओ की नैरोबी मंत्री स्तरीय बैठक में भारत सहित विकासशील देशों तथा अमेरिका व अन्य विकसित देशों में वैचारिक मतभेद सामने आए थे। ये मतभेद दोहा दौर, खाद्य सुरक्षा को लेकर सार्वजनिक भंडारण व धनी देशों द्वारा जोर दिए जा रहे अन्य मुद्दों को लेकर थे।
नेशनल इकनॉमिक काउंसिल के निदेशक जेफ जिएंट्स ने एक साक्षात्कार में कहा,‘हमारी राय में डब्ल्यूटीओ का भविष्य उज्ज्वल नजर आ रहा है और हम भारत के साथ अपनी भागीदारी बढ़ाने को तैयार हैं ताकि दोहा दौर को लेकर सालों के गतिरोध के बाद नयी साझी जमीन हासिल की जा सके।’ उन्होंने कहा कि भारत व अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय निवेश संधि ‘उच्च मानकों’ वाली होनी चाहिए और इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए विचार विमर्श जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि जेइंट्स अमेरिका भारत रणनीति व वाणिज्यिक संवाद में भाग लेने इसी सप्ताह भारत जा रहे हैं। उन्होंने कहा,‘हम पहले ही भारत तथा अन्य डब्ल्यूटीओ सदस्यों के साथ काम कर रहे हैं ताकि दोहा दौर के लंबित मुद्दों पर आगे काम किया जा सके ताकि डब्ल्यूटीओ के एजेंडा की प्रासंगिकता बनाई रखी जा सके।’