देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी विप्रो का चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 7.6 प्रतिशत घटकर 2,070.4 करोड़ रुपए पर आ गया। विप्रो ने कहा कि उसे आगे मिलीजुली मांग की संभावना दिख रही है। कंपनी ने कहा कि ऐसे में अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में उसकी आईटी सेवा आय 191.6 करोड़ से 195.5 करोड़ डॉलर रहने की संभावना है। सितंबर तिमाही में कंपनी की आईटी सेवा आय 191.6 करोड़ डॉलर की रही। इस तरह कंपनी तिमाही के शुरू में इस बारे में लगाए गए अनुमान से पिछड़ गई। कंपनी ने तिमाही के दौरान अपनी 193.1 करोड़ से 195 करोड़ डॉलर रहने का अनुमान लगाया था।
विप्रो के मुख्य वित्त अधिकारी जतिन दलाल ने बयान में कहा कि यदि हम आगे देखें तो मांग का वातावरण मिलाजुला रहने की संभावना है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 2,241 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। तिमाही के दौरान कंपनी की कुल परिचालन आय 10.5 प्रतिशत बढ़कर 13,897 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 12,567 करोड़ रुपए थी। सितंबर के अंत तक कंपनी के आईटी सेवा खंड में कर्मचारियों की संख्या 1,74,238 थी। समीक्षाधीन तिमाही में आईटी सेवा खंड ने कंपनी की आमदनी में 770 करोड़ रुपए का योगदान दिया।