सड़क परियोजनाओं के लिये रिण प्रस्तावों में देरी के लिये बैंकों को फटकार लगाते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आश्चर्य जताया कि जब क्षेत्र कठिनाइयों से गुजर रहा था तब उन्होंने सतर्कता क्यों नहीं बरती। उन्होंने यहां आज एसबीआई बैंकिंग एंड एकोनामिक कानक्लेव में कहा, ‘‘बैंक अधिकारियों के साथ मुझे कुछ आपत्ति है। जब सब कुछ साफ है, हमें वित्त की व्यवस्था करने में आठ से 10 महीने लग रहे हैं। लेकिन जब स्थिति खराब थी, वे रिण दे रहे थे।’
उन्होंने बताया कि किस प्रकार उनके मंत्रालय ने लंबित परियोजनाओं की संख्या में कमी लाने के लिये काम किया। गडकरी ने कहा कि उन्होंने तेजी से मंजूरी के जरिये बैंकों को अरबों रुपए के फंसे कर्ज से बचाया है। मंत्री ने कहा कि जब उन्होंने मई 2014 में कार्यभार संभाला 403 परियोजनाएं अटकी हुई थी जिसमें 3860 करोड़ रुपए का निवेश जड़ा था।
अब यह संख्या घटकर आठ रह गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी सड़क क्षेत्र में निवेश का अनुरोध करूंगा। इसमें काफी संभावना है। हमने सड़क की लंबाई बढ़ायी है, आर्थिक व्यवहार्यता अच्छी है, आंतरिक रिटर्न भी बेहतर है।’’