केयर्न इंडिया ने 12 सितंबर को शेयरधारकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में केयर्न की मूल कंपनी वेदांता लि. द्वारा संशोधित पूर्ण शेयर सौदे में उसके (केयर्न) अधिग्रहण के प्रस्ताव पर मंजूरी ली जाएगी। नकदी संपन्न केयर्न इंडिया के रिण के बोझ से दबी मातृ कंपनी वेदांता में विलय के लिए अरबपति अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाले समूह ने इस सौदे के लिए पेशकश बढ़ाते हुए तीन अतिरिक्त तरजीही शेयरों की पेशकश की है जिससे एलआईसी जैसे अल्पांश शेयरधारकों को इसके लिए राजी किया जा सके। इस विलय के जरिए अग्रवाल का इरादा देश की सबसे बड़ी विविधीकृत प्राकृतिक संसाधनों की कंपनी बनाने का है जो बीएचपी बिलिटन तथा वाले एसए जैसे कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेगी।