Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजार में आज (1 अप्रैल 2025) वित्तीय वर्ष के पहले दिन भयंकर गिरावट हो गई। आज सुबह गिरावट के साथ खुला बाजार बड़े डाउनफॉल के साथ बंद हुआ। दोनों प्रमुख सूचकांक BSE Sensex और NSE Nifty कारोबार बंद होने के समय लाल रंग के निशान पर थे। सेंसेक्स और निफ्टी में आई इस बड़ी गिरावट के चलते निवेशकों में हाहाकार मच गया।
शेयर बाजार में नये वित्त वर्ष के पहले दिन बड़ी गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स 1,390 अंक का गोता लगा गया, जबकि एनएसई निफ्टी 354 अंक टूटा। अमेरिका के दो अप्रैल से जवाबी शुल्क लगाये जाने से पहले जारी अनिश्चितता के बीच आईटी तथा निजी बैंक शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,390.41 अंक यानी 1.80 प्रतिशत लुढ़क कर 76,024.51 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक एक समय 1,502.74 अंक तक का गोता लगा गया था।
सेंसेक्स के तीस शेयरों में 28 नुकसान में रहे। केवल दो शेयर लाभ में रहे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 353.65 अंक यानी 1.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,165.70 अंक पर बंद हुआ। दोनों मानक सूचकांकों में यह एक महीने में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दो अप्रैल से जवाबी शुल्क लगाने की योजना है। उन्होंने इसे अमेरिका के लिए शुल्क से ‘मुक्ति दिवस’ करार दिया है। सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो, टेक महिंद्रा और एनटीपीसी में सबसे ज्यादा गिरावट रही। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक पांच प्रतिशत से अधिक चढ़ा, जबकि जोमैटो मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘अमेरिकी जवाबी शुल्क की घोषणा से पहले वैश्विक अस्थिरता के बीच, घरेलू बाजार में आज भारी बिकवाली देखी गई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी बाजार में कारोबार अधिक होने से आईटी क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। महाराष्ट्र में रेडी रेकनर दरों (सर्किल रेट) में वृद्धि के बाद रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई…।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे। यूरोप के बाजारों में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजारों में सोमवार को ज्यादातर में तेजी रही थी। नायर ने कहा कि तेल के दाम में तेजी से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुद्ध रूप से 4,352.82 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। शेयर बाजार सोमवार (31 मार्च 2025) को ‘ईद-उल-फितर’ के मौके पर बंद थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.86 डॉलर प्रति बैरल रहा। वित्त वर्ष 2024-25 में सेंसेक्स 3,763.57 अंक यानी 5.10 प्रतिशत चढ़ा, जबकि निफ्टी में 1,192.45 अंक यानी 5.34 प्रतिशत की तेजी रही। शुक्रवार (28 मार्च 2025) को बीएसई सेंसेक्स 191.51 अंक टूटा था, जबकि एनएसई निफ्टी में 72.60 अंक की गिरावट आई थी।
एजेंसी इनपुट के साथ