कोरोना वायरस के दौर में दुनियाभर में करोड़ों लोगों की नौकरी चली गई है। वहीं छोटे-मोटे कारोबार पूरी तरह डूब गए हैं। ऐसे में कुछ कंपनियां ऐसी भी है जो अपने कर्मचारियों का खास ख्याल रख रही हैं। बीमार होने पर इलाज का खर्च उठाने के साथ इस महामारी में लगातार काम करने का इनाम भी दे रही है। ऐसा ही इनाम दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपने कर्मचारियों को दिया है। जिसके तहत अपने कर्मचारियों को पेंडामिक बोनस देने का ऐलान कर दिया है।
दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने कर्मचारियों को 1500 डॉलर यानी 1.11 लाख रुपए के बोनस देने का ऐलान किया है। इससे पहले जनवरी के महीने में बैंक ऑफ अमेरिका ने दुनिया भर में 1.7 लाख से अधिक कर्मचारियों को अवॉर्ड दिया था, जिसमें भारत में 24,000 से अधिक कर्मचारी शामिल थे। प्रत्येक कर्मचारियों को 750 डॉलर यानी 50 हजार से ज्यादा की रकम दी गई थी। यह अवॉर्ड उन कर्मचारियों को दिया गया था जो महामारी के माध्यम से अपने काम की सराहना के लिए वार्षिक मुआवजे के रूप में एक लाख डॉलर से कमाए थे।
एक लाख रुपए से ज्यादा का बोनस : द वर्ज की रिपोर्ट की मानें तो कंपनी की ओर से बोनस की राशि 1500 डॉलर यानी एक लाख रुपए से ज्यादा रखी है। यह 31 मार्च, 2021 को या उससे पहले शुरू हुए कॉर्पोरेट उपाध्यक्ष स्तर से नीचे के सभी कर्मचारियों को दी जाएगी। यह बोनस उन वर्कर्स को भी मिलेगा जो अंशकालिक कर्मचारी हैं और जो माइक्रोसॉफ्ट के साथ प्रति घंटा की दर से काम करते हैं। 29 मार्च से छह चरणों वाली हाइब्रिड कार्यस्थल रणनीति के साथ रेडमंड, वाशिंगटन स्थित मुख्यालय और आसपास के परिसरों को धीरे-धीरे फिर से खोलना शुरू करने के बाद टेक प्रमुख ने अपने कार्यालय परिसर के उद्घाटन को भी टाल दिया है। मौजूदा समय में कंपनी के 21 देशों में ऑफिसेज हैं। यह अपनी सुविधाओं में अतिरिक्त श्रमिकों को समायोजित करने में सक्षम है, जो फर्मों की वैश्विक कर्मचारी आबादी का लगभग 20 फीसदी प्रतिनिधित्व करता है।
इनको नहीं मिलेगा बोनस : रिपोर्ट के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य लोक अधिकारी, कैथलीन होगन ने कर्मचारियों को बोनस देने का ऐलान किया। यह बोनस अमरिीका और अंतरराष्ट्रीय लेवल स्तर पर सभी योग्य कर्मचारियों पर लागू होगा। रिपोर्ट के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट मौजूदा समय में दुनिया भर में 175,508 लोगों को रोजगार देता है, लेकिन लिंक्डइन, गिटहब और जेनीमैक्स जैसी सहायक कंपनियां इस बोनस के लिए पात्र नहीं होंगी।