कई बार अनजाने में तो कई बार मजबूरी में लोगों के एक से अधिक बैंक अकाउंट (Multiple Bank Account) खुल जाते हैं। कुछ मामलों में लोग प्लान करके कई बैंक अकाउंट खुलवाते हैं। हालांकि इससे फायदे कम और नुकसान अधिक होते हैं।

एक प्राइवेट नौकरी वाले व्यक्ति के साथ यह समस्या अधिक रहती है। व्यक्ति जितनी बार नौकरी बदलता है, नया बैंक अकाउंट खुलवाना पड़ता है। ऐसे में उसके पास कई बैंक खाते हो जाते हैं। कुछ मामलों में देखा जाता है कि लोग फाइनेंशियल प्लानिंग कर कई बैंक अकाउंट खुलवाते हैं। उदाहरण के लिए एक व्यक्ति के पास एक सैलरी अकाउंट के अलावा एक अकाउंट सेविंग करने के लिए, पति/पत्नी के साथ एक ज्वायंट अकाउंट, इमरजेंसी फंड के लिए एक अलग अकाउंट और लोन की किस्तें भरने के लिए एक अलग अकाउंट हो सकते हैं। लोगों को लगता है कि ऐसा करके वह फायदे में हैं, जबकि उन्हें नुकसान हो रहा होता है। आज हम जानेंगे कि अधिक बैंक खातों से क्या नुकसान होते हैं और एक व्यक्ति को अधिक से अधिक बैंक खाते रखने चाहिए।

कई बैंक खातों के नुकसान

कई बैंक खाते रखने में सबसे पहली दिक्कत हर खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की होती है। अभी के समय में विभिन्न बैंक पांच हजार से 10 हजार रुपये तक मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की शर्त रखते हैं। ऐसे में यदि आपके पास पांच बैंक खाता है तो आपको मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने के लिए 25 हजार से 50 हजार रुपये तक फंसा कर रखने होंगे। किसी भी खाते में पैसे मिनिमम बैलेंस से कम हुए तो आपको ठीक-ठाक जुर्माना भरना पड़ जाता है।

आम तौर पर सामान्य सेविंग अकाउंट पर बैंक सबसे कम ब्याज देते हैं। यह तीन प्रतिशत के आस-पास ही होता है। पांच अकाउंट में 25 से 50 हजार मिनिमम बैलेंस के लिए फंसाने के बजाय इसमें से कुछ पैसा कहीं अन्य निवेश कर आप बेहतर रिटर्न कमा सकते हैं।

आईटीआर भरने में भी होती है दिक्कत

कई बैंक खाते रखने से आईटीआर भरने में भी दिक्कतें आती हैं। आईटीआर भरते समय आपको यह भी बताना होता है कि अमुत वित्त वर्ष में आपको इंटरेस्ट से कितनी कमाई हुई। कई बैंक खाते होंगे तो आपको हर खाते से आए इंटरेस्ट का कलकुलेशन करना होगा। जितना अधिक बैंक खाता होगा, यह कलकुलेशन उतना जटिल हो जाएगा।

एटीएम से लेकर चेकबुक तक के लिए चार्ज लेते हैं बैंक

बैंक एटीएम से लेकर चेकबुक तक हर सर्विस का कुछ न कुछ चार्ज वसूल करते हैं। कई बैंक खाते होंगे तो आपको सभी बैंकों को अलग से ये सारे चार्ज देने होंगे। इससे आपको इस बात का अंदाजा लगाने में दिक्कत हो सकती है कि आप ऐसे चार्जेज पर कितना पैसा खर्च कर दे रहे हैं। अंदाजा नहीं होने पर आप अनावश्यक अधिक भुगतान कर रहे होंगे।

इसे भी पढ़ें: पुराने जूते बेचकर 25 साल की उम्र में करोड़पति बन गए दो दोस्त, रतन टाटा और ओबामा भी हैं फैन

आपको कितने बैंक खाते रखने चाहिए

इस बारे में विशेषज्ञ मानते हैं कि एक व्यक्ति के पास अधिकतम दो या तीन बैंक खाता होना चाहिए। उदाहरण के लिए आप एक बैंक खाता सैलरी के लिए, एक बैंक खाता परमानेंट सेविंग के लिए और यदि जरूरत हो तो तीसरा खाता पार्टनर के साथ ज्वायंट अकाउंट के रूप में रख सकते हैं। हालांकि इस ज्वायंट अकाउंट की जरूरत आज के समय न के बराबर होती है।

सैलरी अकाउंट आपकी नौकरी के साथ बदलता रहेगा। नई कंपनी ज्वॉयन करने पर यदि नया खाता खुलवा रहे हैं तो पुराने को जरूर बंद करा लें। एक स्थाई सेविंग अकाउंट को आप यूएएन से जोड़कर रखें। यूएएन में जुड़े खाते को बार-बार बदलना भविष्य में सिरदर्द वाला काम बन सकता है। इस उपाय को अपनाकर आप कई अनावश्यक खर्चों पर लगाम लगा सकते हैं।