टाटा मोटर्स का मुनाफा 30 जून को समाप्त पहली तिमाही के दौरान 57 फीसद गिर कर 2,260.40 करोड़ रुपए पर आ गया। ऐसा कंपनी की ब्रिटिश इकाई जेएलआर पर ‘ब्रेक्जिट’ के कारण प्रतिकूल विदेशी विनिमय दर विपरीत असर के कारण हुआ है। कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 5,254.23 करोड़ रुपए का एकीकृत मुनाफा हुआ था।
टाटा मोटर्स ने शुक्रवार को शेयर बाजारों को बताया कि उसकी एकीकृत बिक्री पहली तिमाही में 10 फीसद बढ़ कर 66,101.27 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में 60,093.79 करोड़ रुपए थी। कंपनी ने कहा कि उसकी अकेले और जेगुआर लैंड रोवर के वाहनों की बिक्री से परिचालन लाभ उसे विदेशी विनियम के चलते परिचालन लाभ पर 2,296 करोड़ रुपए और जिंस वायदा में 167 करोड़ रुपए के प्रतिकूल प्रभाव से कहीं अधिक रहा।
कंपनी ने यह भी कहा कि जेलआर के कारोबार में इस बार पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले जेएलआर को स्थानीय बाजार से प्रोत्साहन कम मिला और मूल्य ह्रास ज्यादा रहा।
इससे भी उसका एकीकृत मुनाफा घटा। एकल आधार पर कंपनी का मुनाफा पहली तिमाही में 91.11 फीसद घट कर 25.75 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि में 289.84 करोड़ रुपए था। एकल आधार पर कंपनी की कुल बिक्री 10.21 फीसद बढ़ कर 11,311.24 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में 10,262.76 करोड़ रुपए थी।
जून में समाप्त पहली तिमाही के दौरान वाणिज्यिक व सवारी वाहनों की बिक्री 1,26,839 इकाई रही, जो पिछले साल के मुकाबले आठ फीसद अधिक है। जेगुआर लैंड रोवर का कर पश्चात मुनाफा 38.21 फीसद घट कर 30.4 करोड़ पाउंड रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि में 49.2 करोड़ पाउंड था।