Stock Market Crash Today: भारतीय शेयर बाजार में आज शुरुआती कारोबारी में भयंकर गिरावट दर्ज की गई। इक्विटी मार्केट के दोनों सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) आज लाल रंग के निशान पर खुले। सुबह बाजार खुलने के साथ ही निफ्टी 50 (Nifty 50) 1.4 प्रतिशत गिरकर 23,870.30 पॉइन्ट पर रह गया। जबकि सेंसेक्स (Sensex) में 1162.20 पॉइनट की गिरावट दर्ज की गई और यह 1.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,020 के लेवल पर ट्रेडिंग कर रहा था। लेकिन सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि भारतीय शेयर बाजार में बिना कोई घरेलू हलचल के इतनी बड़ी गिरावट हो गई? निवेशकों के मन में भी यह सवाल है कि पिछले करीब एक सप्ताह से जारी गिरावट के बड़े कारण क्या हैं? आपको बताते हैं उन 4 कारणों के बारे में जिनकी वजह से शेयर बाजार में कोहराम मचा हुआ है।
जानें किन कारणों के बारे में जिनकी वजह से बाजार गिरा:
फेड कट का सबसे बड़ा असर
- बुधवार (19 दिसंबर) को यूएस फेडरल रिजर्व कट द्वारा इस साल लगातार तीसरी बार ब्याज दर में 25bps की कटौती करने का ऐलान किया है। फेडरल बैंक ने ये संकेत भी दिए हैं कि अगले साल ब्याज दर में कटौती पिछले साल की तुलना में धीमी हो सकती है और इसका बड़ा कारण लगातार बढ़ती हुई महंगाई है।
LIVE: यूएस मार्केट में 50 साल की सबसे बड़ी गिरावट, भारत में Sensex और Nifty धड़ाम
-एशिया महाद्वीप के बाजारों में इसलिए भी कारोबार धीमा है क्योंकि निवेशकों ने रातभर लगातार तीसरी बार यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती के फैसले के बाद यूएस के बाजार में हुई गिरावट को ट्रैक किया है।
बैंक ऑफ जापान पर निगाहें
इसके अलावा, निवेशकों की निगाहें बैंक ऑफ जापान (Bank of Japan) द्वारा ब्याज दरें कम करने के फैसले पर भी टिकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि बैंक ऑफ जापान 0.25 प्रतिशत पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं कर सकती है। जापान का Nikkei 225 को 0.92 प्रतिशत गिरकर 38,717 पर ट्रेड कर रहा था। कोरियन इंडेक्स Kospi 1.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,438 पर कारोबार कर रहा है।
The Asia Dow फिलहाल 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,687.82 पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, चाइनीज बेंचमार्क इंडेक्स, Shanghai Composite 3,382 पॉइन्ट पर फ्लैट कारोबार कर रहा था।
अमेरिकी बाजार में कटौती
इसके अलावा यूएस बाजार में बुधवार (18 दिसंबर 2024) को आई बड़ी गिरावट भी भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की बड़ी वजह रही। यूएस फेड ब्याज दर में कटौती यूएस बाजार में गिरावट का सबसे बड़ा कारण रहा। 30-स्टॉक वाला Dow Jones Industrial Average, 2.58 प्रतिशत (1123 पॉइन्ट) गिरकर 42,326.87 पर रह गया। बता दें कि 1974 के बाद आई यूएस बाजार में यह 50 सालों की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। S&P 500 2.95 प्रतिशत की गिरावट के बाद 5,872 पर बंद हुआ। टेक्नोलॉजी-हैवी Nasdaq Composite 3.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,392.69 पर बंद हुआ।
मजबूत होता डॉलर
गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 12 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर 85.06 पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 2025 के लिए अपने अनुमानों को समायोजित किया है, जो अधिक सतर्क मौद्रिक नीति रुख का संकेत है। इससे भारतीय रुपये सहित उभरते बाजार की मुद्राओं पर दबाव पड़ेगा। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोर रुख के साथ खुला और डॉलर के मुकाबले 85.00 के स्तर को पार चला गया। आयातकों की ओर से डॉलर की मांग, विदेशी पूंजी की निकासी और घरेलू शेयर बाजारों में नरम रुख के बीच निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई और यह अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 85.06 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया, जो पिछले बंद भाव से 12 पैसे की गिरावट दर्शाता है। रुपया बुधवार (18 दिसंबर) को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.94 पर बंद हुआ था।