वित्तीय संकट में घिरी विमानन कंपनी स्पाइसजेट को पुन: उबारने की जिम्मेदारी आज एक बार फिर इसके मूल प्रवर्तक अजय सिंह के हाथ में आ गयी है।

सस्ती सेवाएं देने वाली इस निजी क्षेत्र की एयरलाइन को संभाल रहे चेन्नई के मारन परिवार ने इसमें अपनी सारी 53 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इसका नियंत्रण सिंह को स्थानांतरित करने पर आज सहमति जताई। मारन परिवार इस समय मुश्किलों में है। शेयरों का यह सौदा लगभग 500 करोड़ रुपये का है।

मारन परिवार का सन ग्रुप भी अपने 10 प्रतिशत अधिपत्रों (वारंट) के परिवर्तन (शेयर में) के बाद कंपनी में 80 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। कंपनी कई महीनों से संकट से जूझ रही है। बीएसई में कंपनी का शेयर आज तीन प्रतिशत चढ़कर 18.65 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।

नये पूंजी निवेश को लेकर हफ्तों से चली आ रही अनिश्चितता को समाप्त करते हुए स्पाइसजेट ने आज कहा कि कलानिधि मारन व काल एयरवेज अपना सारा स्वामित्व व प्रबंधन तथा नियंत्रण कंपनी के मूल संस्थापक अजय सिंह को स्थानांतरित कर देंगे। कंपनी ने यह कदम ‘स्पाइसजेट के स्वामित्व, प्रबंधन व नियंत्रण के अधिग्रहण के लिए पुनर्गठन व पुनरुद्धार योजना’ के तहत उठाया है। स्पाइसजेट के निदेशक मंडल ने आज इसे मंजूरी दी। इस योजना को मंजूरी के लिए नागर विमानन मंत्रालय में दिया जाएगा।

मौजूदा शेयर कीमत के हिसाब से इस सौदे के तहत सिंह को लगभग 500 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर स्थानांतरित किए जाएंगे। सन ग्रुप के सीएफओ एस.एल. नारायणन ने कहा कि समूह 53 प्रतिशत से अधिक की सारी इक्विटी हिस्सेदारी सिंह को स्थानांतरित करेगा लेकिन अधिपत्रों (10 प्रतिशत हिस्सेदारी में परिवर्तनीय) के साथ कंपनी में निवेशक बना रहेगा।

सौदे के लिए संभावित खुली पेशकश दायित्वों के बारे में उन्होंने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। सेबी के नियमों के तहत अगर खुली पेशकश की जाती है तो नये निवेशकों को 26 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदनी होगी जिसका मूल्य लगभग 250 करोड़ रुपये है। हालांकि अभी स्पष्ट नहीं है कि खुली पेशकश आएगी।

सौदे के बाद सन ग्रुप की इकाई- कलानिधि मारन व काल एयरवेज- प्रवर्तक के रूप में वर्गीकृत नहीं होंगे और यह दर्जा नये निवेशकों को दिया जाएगा। स्पाइसजेट के सीओओ संजीव कपूर ने कहा कि इस नये कदम को सकारात्मक घटनाक्रम बताया। उन्होंने कहा कि कुछ और कदम उठाए जाने की जरूरत है।

उल्लेखनीय है कि परिवार के कुछ सदस्यों के नाम 2जी घोटाले तथा अन्य मामलों में आने के बाद से ही मारन परिवार संकट से दो-चार है। कंपनी के अनुसार बोर्ड ने कंपनी से कहा है कि वह इस प्रस्ताव पर मंजूरी के लिए सभी जरूरी व उचित कदम उठाए।