जापान की टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी सॉफ्टबैंक के प्रेसिडेंट और सीओओ निकेश अरोड़ा ने इस्तीफा दे दिया है। निकेश का इस्तीफा बुधवार (22 जून) से माना जाएगा। निकेश अरोड़ा पर पैसे की हेराफेरी के आरोप थे। हालांकि, बैंक की तरफ से सोमवार (20 जून) को साफ किया गया था कि स्पेशल कमेटी की रिपोर्ट में निकेश को क्लीन चिट मिली है। माना जा रहा है कि निकेश चाहते थे कि मासायोशी सन की जगह उन्हें CEO बनाया जाए, पर मासायोशी सन अपना पद छोड़ने को फिलहाल तैयार नहीं थे।

निकेश अरोड़ा ने ट्वीट कर कहा, ‘बोर्ड से क्लीन चिट मिलने के बाद ही इस्तीफा देने का फैसला किया है और मेरे लिए आगे बढ़ने का सही समय है। इंडियन स्टार्टअप्स को सपोर्ट जारी रहेगा और चेयरमैन मासायोशी सन 5-10 साल तक सीईओ रहेंगे। मासायोशी सन लंबे समय तक सीईओ रहना चाहते हैं।’

भारत में ही जन्मे निकेश की सालाना कमाई 500 करोड़ रुपए के करीब थी। इस वजह से वह दुनिया के उन अधिकारियों में शामिल थे जिन्हें सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है। इससे पहले साल ज्वाइनिंग बोनस मिलाकर उन्हें 850 करोड़ रुपए मिले थे।

निकेश अरोड़ा के COO रहते सॉफ्टबैंक ने भारत में बड़े पैमाने पर निवेश किया है। सॉफ्टबैंक ने स्नैपडील में 62.7 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। ओला कैब्स में 21 करोड़ डॉलर का निवेश सॉफ्टबैंक का ही है। इनमोबी में 20 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। सॉफ्टबैंक ने हाउसिंग डॉट कॉम, ओयो रूम्स और ग्रोफर्स में भी निवेश किया हुआ है।