Magic of Top Up SIP: कालेज की पढ़ाई खत्म करने के बाद रोहन ने 30,000 रुपये मंथली सैलरी पर अपनी पहली नौकरी की शुरूआत की। हर महीने अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के बाद बचे रकम के कुछ हिस्से से उसने एसआईपी शुरू की। एक साल की नौकरी के दौरान जब उसे पहला इंक्रीमेंट लेटर मिला तो अगले ही महीने से रोहन की आमदनी बढ़ गई। इन्क्रीमेंट से आमदनी में हुई इस बढ़ोतरी का रोहन ने सही तरीके से इस्तेमाल किया। उसने एसआईपी का टाप- अप कराया। अगले साल इंक्रीमेंट लेटर मिलने के बाद फिर से रोहन ने वहीं दोहराया. अब हर साल जैसे-जैसे उसकी सैलरी बढ़ती वह हर बार अपनी एसआईपी टाप-अप कराता गया। 10 साल बाद रोहन की हैसियत लाखों की हो गई। कई लाखों रुपयों का मालिक बनने के बाद रोहन काफी खुश था. रोहन की निवेश प्लानिंग अपनाकर आप भी उसी की तरह दस साल बाद लाखों के मालिक बन सकते हैं।

अगर आप एक नौकरी पेशेवर शख्स हैं और हाल में आपकी सैलरी में भी एन्युअल इंक्रीमेंट हुआ है तो जाहिर है आपकी मंथली कमाई बढ़ गई होगी। आमतौर पर नौकरी पेशेवर लोगों का एन्युअल इंक्रीमेंट सैलरी का 5 से 10 फीसदी या उससे अधिक का होता है। इंक्रीमेंट पाने वालों की सैलरी मौजूदा महीने या अगले महीने बढ़कर आती है। रोहन की राह पर चलकर, अगर आप भी इंक्रीमेंट से बढ़ी आमदनी के कुछ हिस्से से एसआईपी का टॉपअप कराते हैं तो लंबी अवधि में इसी इन्क्रीमेंट के पैसों से बड़ा कॉर्पस बना सकते हैं।

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टॉप-अप SIP क्या है?

सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश की ऐसी व्यवस्था है, जहां निवेशक किसी स्‍कीम में अपनी सेविंग एक साथ लगाने की बजाए, थोड़ा-थोड़ा करके लगाते हैं। मंथली निवेश के लिए उस स्‍कीम के तहत मिनिमम या कितना भी अमाउंट फिक्स किया जा सकता है। हर साल इस अमाउंट में तय फीसदी रकम के साथ बढ़ोतरी करना टॉप-अप एसआईपी होता है।

मिसाल के लिए अगर आपने 5,000 रुपये मंथली एसआईपी से निवेश शुरू किया और 1 साल तक हर महीने 5,000 रुपये स्कीम में जमा होता रहा। वहीं 13वें महीने इस पूरे साल के लिए (13 से 24 महीने के लिए) आपने इस अमाउंट में 10 फीसदी बढ़ोतरी का विकल्प चुन लिया। तो ऐसे में 13वें महीने से 5,000 रुपये की जगह अब 5500 रुपये मंथली जमा होगा। फिर 25वें महीने यानी 2 साल पूरे होने पर आपने 5500 रुपये का 10 फीसदी फिर निवेश के लिए बढ़ा दिया। टॉप अप एसआईपी में ऐसी बढ़ोतरी हर साल बाद की जाती है।

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केस-1 : 10 साल के लिए SIP टॉप-अप

शुरुआती मंथली SIP: 5,000 रुपये
ड्यूरेशन : 10 साल
अनुमानित रिटर्न : 12 फीसदी
हर 1 साल पर 10% टॉप अप
10 साल में कुल निवेश : 9,56,245 रुपये

10 साल बाद SIP वैल्यू: 16,87,163 (करीब 17 लाख रुपये)
कुल फायदा: 7,30,918 रुपये (7.30 लाख रुपये)

केस-2 : 15 साल के लिए SIP टॉप-अप

शुरुआती मंथली SIP: 5,000 रुपये
ड्यूरेशन : 15 साल
अनुमानित रिटर्न: 12 फीसदी
हर 1 साल पर 10% टॉप अप
15 साल में कुल निवेश: 19,06,349 रुपये
15 साल बाद SIP वैल्यू: 43,41,925 (करीब 43।50 लाख रुपये)
कुल फायदा: 24,35,576 रुपये (24.35 लाख रुपये)

केस-3 : 20 साल के लिए SIP टॉप-अप

शुरुआती मंथली SIP : 5000 रुपये
ड्यूरेशन : 20 साल
अनुमानित रिटर्न : 12 फीसदी
हर 1 साल पर 10% टॉप अप
20 साल में कुल निवेश : 34,36,500 रुपये
20 साल बाद SIP वैल्यू : 99,44,358 (करीब 1 करोड़ रुपये)
कुल फायदा : 65,07,858 रुपये (65 लाख रुपये)

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क्यों कराएं एसआईपी का टॉप-अप?

नौकरी पेशेवर लोगों को हर साल इंक्रीमेंट का लाभ मिलता है। समय के साथ इनकम में हो रहे इजाफा का कुछ हिस्सा लंबी अवधि के निवेश विकल्प में लगाते रहें तो एक वक्त के बाद वे अपने कई फाइनेंशियल टारगेट पूरे कर सकते हैं। टॉप अप एसआईपी उनके लिए बेहतर विकल्प है जो धीरे धीरे निवेश करना शुरू करते हैं और आमदनी बढ़ाने के साथ ही निवेश में भी इजाफा करना चाहते हैं। पहली बार के और अनुभवी निवेशक दोनों ही स्टेप-अप एसआईपी का विकल्प चुन सकते हैं। 

(नोट: हम यहां म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं दे रहे हैं। यहां एसआईपी कैलकुलेटर के आधार पर एक जानकारी दी गई है। बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट से सलाह लें।)