किसी खास बाजार उत्प्रेरक के अभाव और डेरिवेटिव निपटान की वजह से शेयर बाजार में इस सप्ताह उतार-चढ़ाव रह सकता है। शेयर बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी पूंजी के प्रवाह से भी बाजार धारणा प्रभावित होगी। ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा कि किसी बड़े घरेलू संकेतक के अभाव में और व्युत्पन्न अनुबंधों के समाप्ति की वजह से शेयर बाजार में उतार चढ़ाव रहने की संभावना है। सितंबर के डेरिवेटिव अनुबंधों का निपटान गुरुवार को होना है। मौद्रिक नीति बैठक से पहले ब्याज दर आधारित शेयरों में कुछ गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।

कोटक सिक्योरिटीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पीसीजी शोध के प्रमुख दीपेन शाह ने कहा कि अक्तूबर के शुरू में रिजर्व बैंक की बैठक पर लोगों की निगाह रहेगी। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती करेगा। डॉलर के मुकाबले रुपए की घट-बढ़ और कच्चे तेल की कीमतें बाजार के रुख को निर्धारित करेंगी। कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ रोहित गाडिया ने कहा कि वायदा व विकल्प खंड की समाप्ति के कारण इस सप्ताह शेयर बाजार में सामान्य से अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। शेयर बाजार में लगातार तीसरे सप्ताहांत तेजी देखने को मिली जहां सूचकांक और निफ्टी में क्रम से 69.19 अंक या 0.24 फीसद और 51.70 अंक या 0.58 फीसद की तेजी आई।