दिग्गज उद्योगपति अनिल अग्रवाल (Buisness Man Anil Agrawal) की अगुवाई वाली वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) ने अपने शेयरधारकों को जारी वित्त वर्ष में तीसरी बार तोहफा दिया है। वेदांता लिमिटेड ने मंगलवार को प्रत्येक शेयर पर 17.5 रुपए का अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया। यानी यह कंपनी अपने शेयरधारकों (Shareholders) को 6505 करोड़ रुपए देगी। मंगलवार को कंपनी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (Board of Directors) की बैठक में शेयरधारकों को अंतरिम डिविडेंड देने का फैसला किया गया।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में यह तय हुआ कि एक रुपए फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 1750 फीसदी अंतरिम डिविडेंड (Interim Dividend) दिया जाएगा। इसके साथ ही डिविडेंड देने की आखिरी तारीख भी 30 नवंबर 2022 रिकॉर्ड की गई है। यानी 29 नवंबर से वेदांता के शेयर X-Dividend के तौर पर कारोबार करने लगेंगे। डिविडेंड देने की जानकारी भी सेबी को दे दी गई है।
वेदांता लिमिटेड ने एक बयान जारी कर बताया, “हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मंगलवार 22 नवंबर को पास हुए प्रस्ताव के तहत वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 1 रुपए के फेसवैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 1750 फ़ीसदी या 17.50 रुपए (17.5 rupees per Share dividend) के अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दी है। इससे कंपनी पर कुल खर्च करीब 6505 करोड़ रुपए आएगा।”
बता दें कि इसके पहले कंपनी ने मई 2022 में शेयरधारकों को FY23 के लिए ₹31.5 प्रति इक्विटी शेयर के अपने पहले डिविडेंड का भुगतान किया था। इसके बाद जुलाई में कंपनी ने अपने पात्र शेयरधारकों को ₹19.5 प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड का भुगतान किया था। लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप के रिफिनिटिव के आंकड़ों के अनुसार वेदांता लिमिटेड 2022 में अब तक की सबसे अधिक डिविडेंड देने वाली भारतीय कंपनी है।
वेदांता लिमिटेड, वेदांत रिसोर्सेज लिमिटेड की एक शाखा है जो तेल और गैस, जस्ता, सीसा, चांदी, तांबा, लौह अयस्क, स्टील, बिजली और एल्यूमीनियम का कारोबार पूरे भारत, दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया में करती है। वेदांता के शेयर मंगलवार को NSE पर 0.81% बढ़कर ₹310.40 पर बंद हुए।