स्थानीय शेयर बाजार पिछले सप्ताह चार महीने की सबसे बड़ी गिरावट झेलने के बाद आज आज संभल गए। वैश्विक बाजारों में मिले जुले रुख के बीच भातर के प्रमुख शेयर सूचकांक सोमवार (27 जून) को लगभग पिछले सप्ताहांत के स्तर पर बने रहे। गुरुवार को जून के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान के मद्दे नजर सोमवार (27 जून) को स्थानीय बाजारों में कारोबार में उतार-चढ़ाव रहा। ब्रेक्जिट (ब्रिटेन के मतदाताओं के यूरोप से निकलने के समर्थन) के झटके से दुनिया भर के निवेशक अभी पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं और उनमें चिंता बनी हुई है।
हालांकि, सोमवार (27 जून) को स्मॉलकैप तथा मिडकैप का प्रदर्शन सेंसेक्स की तुलना में बेहतर रहा। स्मॉलकैप में जहां 1.52 प्रतिशत की बढ़त हुई, वहीं मिडकैप 0.80 प्रतिशत चढ़ गया। कुल मिला कर शेयरों के भावों अंतत: स्थिरता के बीच चीनी कंपनियों के शेयरों में ‘मिठास’ बढ़ गई थी। डालमिया भारत शुगर, द्वारिकेश शुगर, शक्ति शुगर्स तथा बजाज हिंदुस्तान के शेयरों में 20 प्रतिशत तक का लाभ दर्ज हुआ।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 5.25 अंक या 0.02 प्रतिशत की मामूली बढ़त से 26,402.96 अंक पर बंद हुआ। जनमत संग्रह में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के पक्ष में मतदान के बाद शुक्रवार को सेंसेक्स 605 अंक टूटा था। यह 11 फरवरी के बाद इसकी एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 6.10 अंक या 0.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ 8,094.70 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,039.35 से 8,120.65 अंक के दायरे में रहा।
सेंसेक्स की कंपनियों में डॉ रेड्डीज लैब में सबसे अधिक 3.04 प्रतिशत का लाभ रहा। एसबीआई 2.77 प्रतिशत चढ़ गया। बीएनपी परिबा म्यूचुअल फंड के कोष प्रबंधक (इक्विटीज) श्रेयष देवाल्कर ने कहा, ‘वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विस के नोट में कहा गया है कि भारत सरकार के हाल के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नियमों में ढील का फैसला साख की दृष्टि से सकारात्मक है। इससे घरेलू धारणा कुछ मजबूत हुई।’
इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार (24 जून) को 629.14 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 14 लाभ में रहे, 14 में गिरावट आई, 2 के भाव स्थिर रहे। अन्य कंपनियों में सनफार्मा का शेयर 2.67 प्रतिशत, सिप्ला 2.62 प्रतिशत, लार्सन 2.36 प्रतिशत, आईटीसी लि. 1.60 प्रतिशत और अडाणी पोर्ट्स 1.11 प्रतिशत के लाभ में रहा। वहीं साफ्टवेयर सेवा निर्यातक कंपनियों टीसीएस, इन्फोसिस और विप्रो के शेयर दबाव में रहे और 2.93 प्रतिशत तक नीचे आए।
स्वास्थ्य सेवा खंड का सूचकांक 2.01 प्रतिशत चढ़ गया। पूंजीगत सामान में 1.62 प्रतिशत, रीयल्टी में 1.29 प्रतिशत, एफएमसीजी में 1.25 प्रतिशत, तेल एवं गैस में 1.07 प्रतिशत तथा टिकाऊ उपभोक्ता सामान में 1.03 प्रश्तिात का लाभ रहा। एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 2.39 प्रतिशत चढ़ गया। शंघाई में 1.45 प्रतिशत का लाभ रहा। हैंगसेंग 0.16 प्रतिशत तथा सिंगापुर 0.20 प्रतिशत नीचे आया। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार ऊपर चल रहे थे।