बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। हालांकि, वैश्विक बाजारों में मजबूती का रुख था, लेकिन तिमाही नतीजों से पहले निवेशकों द्वारा अपने पोर्टफोलियो में कमी करने से बाजार में गिरावट आई। वाहन, सूचना प्रौद्योगिकी, तेल एवं गैस, प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवा कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से भी धारणा पर असर पड़ा। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कुछ बढ़त के साथ 33,929.61 अंक पर खुलने के बाद 33,998.37 अंक तक गया। बाद में यह टूटकर 33,765.43 अंक पर आया।

हालांकि मूल्यवर्धन वाली खरीदारी से इसमें कुछ सुधार हुआ। अंत में सेंसेक्स 18.88 अंक या 0.06 प्रतिशत के नुकसान से 33,793.38 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 244.57 अंक टूटा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी एक अंक या 0.01 प्रतिशत के नुकसान से 10,443.20 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 10,503.60 से 10,429.55 अंक के दायरे में रहा।

वहीं, बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को स्थिर रुख के साथ बंद हुआ था। वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी तथा यूरोपीय बाजारों के कमजोर रुख के बीच कंपनियों के तिमाही नतीजों के सीजन से पहले सतर्कता भरे कारोबार में बाजार में स्थिरता का रुख रहा था। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 33,913.55 अंक पर मजबूती के रुख के साथ खुलने के बाद 33,964.14 अंक के उच्चस्तर तक गया। लेकिन कारोबार के मध्य में मुनाफावसूली का सिलसिला चला और यह लाभ समाप्त हो गया था।