बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को स्थिर रुख के साथ बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी तथा यूरोपीय बाजारों के कमजोर रुख के बीच कंपनियों के तिमाही नतीजों के सीजन से पहले सतर्कता भरे कारोबार में बाजार में स्थिरता का रुख रहा। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 33,913.55 अंक पर मजबूती के रुख के साथ खुलने के बाद 33,964.14 अंक के उच्चस्तर तक गया। लेकिन कारोबार के मध्य में मुनाफावसूली का सिलसिला चला और यह लाभ समाप्त हो गया। सेंसेक्स 33,703.37 अंक के निचले स्तर पर भी आया। अंत में सेंसेक्स लगभग स्थिर यानी 0.49 अंक के नुकसान से 33,812.26 अंक पर बंद हुआ। सोमवार को 2018 के पहले कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 244.08 अंक टूटा था।

हालांकि, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 6.65 अंक या 0.06 प्रतिशत के मामूली नुकसान से 10,442.20 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,404.65 अंक के दायरे में रहा। ब्रोकरों ने कहा कि इस सप्ताह आगामी तिमाही नतीजों के सीजन के अलावा निवेशकों की निगाह आम बजट पर होगी। आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर नवंबर, 2017 में 6.8 प्रतिशत रही है।

इसके बावजूद सेंसेक्स अपने शुरुआती लाभ को कायम नहीं रख पाया। इसके अलावा निक्की इंडिया पीएमआई आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर में देश की विनिर्माण गतिविधियों में सुधार की रफ्तार सबसे अधिक रही है। वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल के दाम बढ़ने से पेट्रोलियम विपणन कंपनियों के शेयर दबाव में रहे।